के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान बोले, जिन्ना की पाकिस्तान की मांग जायज नहीं थी
लोगों को रोजगार मिलता है
बता दें कि अबरख की खदानों की वजह से कोडरमा की विश्वपटल पर एक पहचान है. इससे कई लोग जुड़े हैं. लोगों को रोजगार मिलता है. लेकिन कोडरमा के जंगली क्षेत्र के गांवों में रहने वाले हज़ारो परिवार आज भी बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं. क्योंकि अबरख की खदानें नियम कानून के पेंच के कारण एक दशक से बंद हैं. गांव-जंगल मे रहने वाले लोगों का गुजारा माइका स्क्रैप और ढिबरा चुनकर ही चलता था. लेकिन ढिबरा चुनने पर रोक लगी है. रोजगार के अभाव में लोग पलायन कर रहे हैं. इसे भी पढ़ें- UP">https://lagatar.in/the-foundation-stone-of-ganga-expressway-in-shahjahanpur-modi-said-some-parties-also-have-problems-with-the-countrys-heritage-the-vote-bank-worries/">UPके शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेस वे का शिलान्यास, मोदी ने कहा, कुछ दलों को देश की विरासत से भी दिक्कत, वोटबैंक की चिंता सताती है [wpse_comments_template]
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