Patna : सीतामढ़ी से जीतने वाले जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर अपने एक बयान से काफी चर्चा में हैं. दरअसल वह काफी कम अंतर से जीते हैं और उन्हें लगता है कि कुछ खास समुदाय के लोगों का वोट उन्हें नहीं मिला, जिसकी वजह से उनका जीत का अंतर काफी कम रहा. उन्होंने अपना गुस्सा एक सार्वजनिक कार्यक्रम में विवादित बयान में यह कहकर उतार दिया कि मुसलमान और यादव उनके यहां आएं तो चाय नाश्ता कर जाएं,लेकिन वे उनका काम नहीं करेंगे. उनका कहना है कि इन लोगों को सिर्फ लालू प्रसाद और लालटेन नजर आता है. वे इस बात से काफी चिंतित हैं कि आखिर उन्हें कम वोट क्यों आए.
अपने कार्यकर्ताओं से भी चर्चा की थी
जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने इस मामले पर अपने कार्यकर्ताओं से भी चर्चा की थी कि आखिर राजग को वोट क्यों मिले ,यह जानना जरुरी है. उनका मानना है कि सूड़ी समाज के आधे से ज्यादा वोट कट गए. कहार समाज के भी वोट कटे हैं. कानू समाज के तो वोट मिले, लेकिन कलवार समाज के वोट कट गए. ये वोट तो राजग के थे. फिर कुशवाहा समाज के वोट भी अचानक कम हो गए. ऐसा क्यों हुआ.
कुशवाहा समाज लालू प्रसाद से खुश हैं
देवेश चंद्र ठाकुर कहते हैं कि कुशवाहा समाज लालू प्रसाद से खुश हैं क्योंकि उन्होंने इस समाज को उनके आशानुरुप सात टिकट दिए. उपेंद्र कुशवाहा केंद्र में मंत्री थे. वे अपने समाज के बड़े नेता हैं. जब आपके समाज से बहुत सारे उम्मीदवार खड़े होंगे तो सीतामढ़ी में क्या फर्क पड़ेगा. आप उन्हीं से काम करवाएंगे क्या. ये सोच तो गलत है. देवेश चंद्र ठाकुर इतना कहकर ही नहीं रुके. उन्होंने मुस्लिम और यादव जाति का नाम लेकर अपने गुस्से का इजहार किया. उन्होंने बताया कि एक मुस्लिम उनके पास आए थे. जो कोई काम करवाना चहते थे. देवेश चंद्र ठाकुर ने उससे पूछा- ‘लगता है आप पहली बार आये हैं. उन्होंने कहा कि वह पहली बार आए हैं.’ उन्होंने उनसे पूछा कि अभी चुनाव संपन्न हुए हैं, आपने तो लालटेन को वोट दिया होगा. फिर उन्होंने कहा कि हां मैने लालटेन को अपना वोट दिया. तब देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि फिर आप किस सोच के साथ यहां आये हैं.’ देवेशचंद्र ठाकुर ने आगे कहा- ‘आप पहली बार आये हैं इसलिए मैं आपको कम बोल रहा हूं. नहीं तो मैं किसी को छोड़ता नहीं हूं. चलिए आप पहली बार आये हैं, चाय पीजिये, मिठाई खाइए. इसके बाद आपको मैं नमस्कार करूँगा. लेकिन आपका काम नहीं करूंगा.
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