फैक्ट फाइल झारखंड में मलेरिया सबसे प्रचलित बीमारी है. मलेरिया की दर में कमी आई है. झारखंड में कुल 4.835 स्वास्थ्य संस्थान हैं. सरकारी अस्पतालों में कुल बिस्तरों की संख्या 13.909 है. झारखंड में 2.280 स्वीकृत चिकित्सा अधिकारी पदों में से 1,613 पद भरे हुए हैं.झारखंड में कुल 4.835 स्वास्थ्य संस्थान हैं, जिनमें रांची में सबसे अधिक (459) और रामगढ़ (72) व कोडरमा (83) में सबसे कम है. सरकारी अस्पतालों में कुल बिस्तरों की संख्या 13.909 है. झारखंड में 2.280 स्वीकृत चिकित्सा अधिकारी पदों में से 1,613 पद भरे हुए है. धनबाद और जमताड़ा जैसे जिलों में सबसे अधिक खाली पद हैं, जबकि रांची और लोहरदगा में सबसे कम. राज्य के स्वास्थ्य व्यय में कुल खर्च 18,430 करोड़ रुपए है, जिसमें सरकारी स्वास्थ्य व्यय 9,056 करोड़ रुपए है.
झारखंड: कुल बीमारी का 37 फीसदी मलेरिया के मरीज

Ranchi: झारखंड में मलेरिया बीमारी से सबसे अधिक लोग पीड़ित होते हैं. झारखंड में होने वाले कुल बीमारी लगभग 37 प्रतिशत मरीज मलेरिया से पीड़ित होते हैं. टाइफाइड 10 प्रतिशत और तीव्र श्वसन संक्रमण से बीमार होने वाले का प्रतिशत 9 है. हालांकि, वर्ष 2020 से 2024 (सितंबर 2024 तक) की तुलना में अधिकांश जिलों में प्रति 1,00,000 जनसंख्या पर मलेरिया रोगियों की संख्या में कमी आई है. प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना आर्थिक रूप से कमजोर आबादी को स्वास्थ्य बीमा प्रदान करने की एक परिवर्तनकारी पहल रही है.
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