Ranchi : झारखंड के विभिन्न जिलों के सरकारी व निजी अस्पतालों में रक्त भंडार की स्थिति चिंताजनक होती जा रही है. राज्य के अधिकांश ब्लड बैंकों में A+, B+ और O+ ग्रुप का रक्त तेजी से घटा है. स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार 21 अक्टूबर 2025 की सुबह तक कई प्रमुख अस्पतालों में रक्त की उपलब्धता बेहद सीमित रही.
देवकमल अस्पताल के ब्लड बैंक में A+, A-, O+ जैसे प्रमुख रक्त समूहों की संख्या शुन्य रही, जबकि राज अस्पताल, रांची में 17 यूनिट B+ रक्त दर्ज किया गया. वहीं, राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में किसी भी रक्त समूह की उपलब्धता नहीं मिली.
गोड्डा के विकाश शील सेवा संस्थान में A+ की 1 यूनिट, B+ की 9 यूनिट और O+ की 22 यूनिट रक्त उपलब्ध रही. वहीं, गिरिडीह सदर अस्पताल में 16 यूनिट B+ और 9 यूनिट O+ रक्त दर्ज किया गया. बोकारो जनरल अस्पताल में 13 यूनिट A+ और 24 यूनिट B+ उपलब्ध होने के बावजूद O- जैसे दुर्लभ रक्त समूह की अनुपलब्धता बनी रही.
राज्य की राजधानी रांची के सदर अस्पताल में कुल 64 यूनिट B+ और 62 यूनिट O+ रक्त मौजूद था, जो राज्य में सबसे अधिक माना जा रहा है. हालांकि, रिम्स और पीएमसीएच जैसे बड़े चिकित्सा संस्थानों में रक्त की कमी ने प्रशासनिक तैयारी पर सवाल खड़े किए हैं.
जमशेदपुर ब्लड बैंक में 22 यूनिट B+ और 15 यूनिट O+ उपलब्ध रहा, जबकि गुरु नानक अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर, रांची में 77 यूनिट B+ रक्त होने से थोड़ी राहत की स्थिति दिखी. वहीं, पलामू और बोकारो के सदर अस्पतालों में भी रक्त भंडारण कुछ हद तक बेहतर पाया गया.
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