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कोल ब्लॉक के 12वें दौर की नीलामी में झारखंड को राजस्व में सबसे कम हिस्सेदारी

Ranchi: कोल ब्लॉक की नीलामी के 12वें दौर में (12th Trench) सफल कंपनियों ने अपने राजस्व में सबसे कम शेयर झारखंड को दिया. 12वें दौर की नीलामी में सफल घोषित कंपनियों ने झारखंड को अपने राजस्व में 7-24 प्रतिशत हिस्सेदारी दी. दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ को 31-62.25 प्रतिशत हिस्सेदारी दी. सफल घोषित कंपनियों द्वारा राजस्व में कम हिस्सेदारी देने के पीछे दबी जुबान से कई प्रशासनिक और राजनीतिक कारण बताये जाते हैं.

 

केंद्र सरकार ने 12वें दौर की नीलामी में 11 कोल ब्लॉक को शामिल किया था. इसमें से सात कोल ब्लॉक की नीलामी की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. कोल ब्लॉक के व्यवसायिक नीलामी में रिजर्व प्राइस के अलावा कंपनियों द्वारा राजस्व में राज्य को दी जाने वाली हिस्सेदारी का सर्वाधिक महत्व होता है. झारखंड में कोयले का रिजर्व सबसे ज्यादा होने के बावजूद कॉमर्शियल नीलामी में शामिल कंपनियां झारखंड को अपने राजस्व में कम हिस्सेदारी दे रही हैं.

 

12वें दौर की नीलामी में जिन सात कोल ब्लॉक की नीलामी पूरी हुई, उसमें से चार कोल ब्लॉक झारखंड के और तीन कोल ब्लॉक छत्तीसगढ़ के हैं. झारखंड के चारों कोल ब्लॉक में 1450.78 मिलियन टन कोयले का रिजर्व है. छत्तीसगढ़ के तीन कोल ब्लॉक में कुल 310.78 मिलियन टन कोयले का रिजर्व है. 

 

नीलामी में झारखंड के महुआगढ़ी कोल ब्लॉक से कंपनी ने राजस्व में सबसे कम हिस्सेदारी देने की पेशकश की थी. यह कोल ब्लॉक दामोदर वैली कॉरपोरेशन(DVC) ने सिर्फ राजस्व में सात प्रतिशत की हिस्सेदारी पर हासिल कर ली है. इस कोल ब्लॉक में 305.95 मिलियन टन कोयले का रिजर्व है.

 

इस कोल ब्लॉक की नीलामी में चार कंपनियों ने हिस्सा लिया था. इसमें एनआइसी इंडिया लिमिटेड, ओडिशा एलॉय स्टील प्राइवेट लिमिटेड, पेन्ना शिपिंग लिमिटेड और दामोदर वैली कॉरपोरेशन का नाम शामिल है. 

 

नीलामी में डीवीसी को सिर्फ सात प्रतिशत की हिस्सेदारी पर कोल ब्लॉक हासिल किया. यानी नीलामी में शामिल दूसरी कंपनियों ने राजस्व में इससे भी कम हिस्सेदारी देने की पेशकश की होगी.

 

झारखंड के चारों कोल ब्लॉक में से सबसे ज्यादा राजस्व में ज्यादा 27.25 प्रतिशत की हिस्सेदारी चोलापाथर कोल ब्लॉक में मिली है. इस कोल ब्लॉक में 25.00 मिलियन टन कोयले का रिजर्व है. नीलामी में इस कोल ब्लॉक के लिए कुल छह कंपनियों ने हिस्सा लिया था. 

 

इसमें श्याम सेल एंड पावर लिमिटेड, सूर्या प्रोफेशनल सर्विस प्राइवेट लिमिटेड, अमलगम स्टील एंड पावर लिमिटेड, श्याम ओर्स प्राइवेट लिमिटेड और शक्ति भूमि माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड का नाम शामिल है.

 

छत्तीसगढ़ के फुतामारा कोल ब्लॉक में सरकार को राजस्व में 62.25 की हिस्सेदारी मिली है. इस कोल ब्लॉक में 170.54 मिलियन टन कोयले का रिजर्व है. नीलामी के दौरान इस कोल ब्लॉक के लिए 13 कंपनियों ने बोली लगायी थी. 

 

इसमें पेन्ना शिपिंग, ओडिशा मेटलर्जिकल, जिंदल स्टील एंड पावर, रमा मेटल्स एंड एनर्जी, सूर्या प्रोफेशनल, सनफ्लैग आयरन, अदास माइनिंग, अमलगम स्टील, नीलकंठ स्पेशल मिनिरल, एलम सोलर प्राइवेट लिमिटेड, ओरिएंटल क्वेरीज, केएसके महानंदी पावर और वीपीएर माइनिंग लिमिटेड का नाम शामिल है. एलम सोलर प्राइवेट लिमिटेड मे राजस्व में 62.25 प्रतिशत की हिस्सेदारी देकर कोल ब्लॉक हासिल कर लिया है.

 

12वें दौर की नीलामी में कोल ब्लॉक और राजस्व का ब्योरा

राज्य कोल ब्लॉक रिजर्व राजस्व कंपनी
झारखंड महुआगढ़ी 305.95 7.0% दामोदर वैली कॉरपोरेशन
झारखंड वेस्ट तुवेद 882.4 9.50% ओरिएंटल क्वेरीज एंड माइंस प्राइवेट लिमिटेड
झारखंड चितरपुर(रिवाइज्ड) 237.43 14.75% ओड़िशा एलॉय स्टील प्राइवेट लिमिटेड
झारखंड चोलापाथर 25.00 27.25% शक्तिभूमि माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड
छत्तीसगढ़ राजगमार(फुलकाडीह)  61.70 31.50% मिवान स्टील लिमिटेड
छत्तीसगढ़ राजगमार(देवनारा) 78.46 31.50% टीएमसी मिनरल रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड
छत्तीसगढ़ फुतामुरा 170.54 62.25% एलम सोलर प्राइवेट लिमिटेड



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