Saurabh Singh
Ranchi: पुलिस और अपराधी के बीच एनकाउंटर को लेकर इन दिनों झारखंड प्रदेश चर्चा में है. आमतौर पर नक्सली और उग्रवादियों का पुलिस के साथ हुए एनकाउंटर में मारे जाने की खबर आती रहती थी. लेकिन हाल के कुछ दिनों में पुलिस के साथ एनकाउंटर में कई कुख्यात अपराधी मारे गये. वैसे अपराधी मारे गए जिनसे झारखंड के कारोबारियों में दहशत का माहौल था.
पिछले 75 दिनों के दौरान झारखंड के अलग-अलग जिलों में पुलिस और अपराधियों के बीच एनकाउंटर की पांच घटनाएं हुई, जिनमें कुख्यात अमन साहू और आलोक उर्फ राहुल तुरी से लेकर यूपी का अनुज कन्नौजिया मारा गया, जबकि हत्या के आरोपी दो अपराधी घायल भी हुए.
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75 दिनों में आलोक व अमन से लेकर अनुज हुआ ढेर
हत्या के बाद जिम्मेदारी लेने वाला आलोक उर्फ राहुल एनकाउंटर में ढेर: रामगढ़ और हजारीबाग पुलिस ने शनिवार को कुजू थाना क्षेत्र के मुरपा में बीते 11 जनवरी को एनकाउंटर में बदमाश आलोक तुरी उर्फ राहुल तुरी को ढेर कर दिया था.
साथ ही इसके संग मौजूद एक बदमाश को गिरफ्तार किया गया था. आलोक ने आठ जनवरी को उरीमारी के पोटंगा गांव में सीसीएलकर्मी संतोष सिंह की हुई हत्या की जिम्मेदारी ली थी. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ अपराधकर्मी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए मांडू, कुज्जू हजारीबाग बॉर्डर चरही में जुटने वाले हैं. इसके बाद दोनों जिलों की पुलिस की एक संयुक्त टीम बनाई गई और क्षेत्र में लगातार छापेमारी करना शुरू किया.
इस दौरान तीन से चार अपराधी कुजू थाना क्षेत्र के मुरपा में जंगलों और बड़े-बड़े घास के बीच छुप गए और पुलिस पर लगातार फायरिंग करने लगे. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाई और एक बदमाश को मार गिराया. जबकि एक को गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं इनके साथ शामिल तीसरा बदमाश भागने में सफल रहा.
गैंगस्टर अमन साहू एनकाउंटर में हुआ था ढेर
झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को एटीएस ने 11 मार्च को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था. अमन साहू ने एसटीएस जवान से इंसास राइफल छीनकर भागने की कोशिश की थी. इस दौरान उसने जवान पर गोली चलाई. हमले में जवान घायल हो गया. फायरिंग के बाद एसटीएफ ने जवाबी कार्रवाई करते हुए कुख्यात गैंगस्टर को ढेर कर दिया.
गैंगस्टर अमन साहू छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के जेल में था, जहां से उसे रांची लाया जा रहा था. इस बीच पलामू के चैनपुर के पास उसने भागने की कोशिश की और पुलिस ने एनकाउंटर में उसे ढेर कर दिया था.
साधु समेत दो की हत्या के मुख्य आरोपी ने पुलिस से पिस्टल छीनने का किया प्रयास
रांची के चान्हो थाना में स्थित आनंद मार्ग में छह मार्च की रात लूटपाट करने पहुंचे अपराधियों ने साधु मुकेश साह और राजेंद्र यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस घटना के मुख्य अभियुक्त मो. प्रिंस को रांची पुलिस ने 12 मार्च की रात बीआईटी थाना क्षेत्र से पकड़ा.
उसकी निशानदेही पर ही पुलिस हत्या में प्रयुक्त हथियार की खोजबीन कर रही थी, इसी दौरान प्रिंस ने पुलिस की अभिरक्षा से भागने के उद्देश्य से हथकड़ी पकड़े सिपाही को धक्का देकर चान्हो थाना प्रभारी का पिस्टल छिनने का प्रयास किया. इस दौरान पिस्टल से गोली चलने से अपराधी प्रिंस के पैर में गोली लगी. जिसके बाद पुलिस की टीम के द्वारा उसे घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया था.
अनिल टाइगर की हत्या कर भाग रहे अपराधी को एनकाउंटर में लगी गोली
रांची के कांके में पूर्व जिला परिषद सदस्य सह बीजेपी नेता अनिल टाइगर की गोली मारकर 26 मार्च को हत्या कर दी गई थी. इस घटना को अंजाम देने के बाद भाग रहे अपराधी का रांची पुलिस के साथ एनकाउंटर हुआ. जिसमें रोहित वर्मा नाम का अपराधी घायल हो गया था.
मुख्तार अंसारी गैंग के अपराधी अनुज कनौजिया का एनकाउंटर
यूपी एसटीएफ और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने जमशेदपुर में बीते 30 मार्च की रात एनकाउंटर में मुख्तार अंसारी गिरोह के कुख्यात अपराधी अनुज कनौजिया को मार गिराया था. अनुज कनौजिया उत्तर प्रदेश से फरार होकर झारखंड के जमशेदपुर में छिपकर रह रहा था. अनुज पर हत्या, लूट, रंगदारी और गैंगस्टर सहित दो दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज थे.
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