पिछले पांच वित्तीय वर्षों की तुलना में सबसे कम Ranchi : मनरेगा में झारखंड पिछड़ गया है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता कि राज्य के 20 लाख 42 हजार 159 परिवारों में से सिर्फ 30 हजार 548 परिवारों को ही काम मिला, जो पिछले पांच वित्तीय वर्षों की तुलना में सबसे कम है. जो कुल जॉब कार्डधारियों का सिर्फ 1.49 फीसदी है. साहेबगंज में सबसे कम केवल 295 परिवारों को काम मिला है. नियमत: एक साल में एक परिवार को 100 दिन का काम मिलना जरूरी है.
केंद्र कोटे में कर सकता है कटौती
झारखंड में मनरेगा के तहत 272 रुपये मजदूरी दी जाती है. इसमें केंद्र का अंशदान 245 रुपये और राज्य सरकार का अंशदान 27 रुपये है. मनरेगा में पिछड़ने के कारण केंद्र अपने कोटे में कटौती कर सकता है. बता दें कि पिछले साल झारखंड में सबसे कम लोगों को मनरेगा के तहत काम मिला था.
जानें किस जिले में कितने परिवारों को मिला काम
जिला | परिवार की संख्यां |
दुमका | 2148 |
हजारीबाग | 1593 |
बोकारो | 1501 |
लातेहार | 1782 |
रांची | 2092 |
साहेबगंज | 295 |
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