- झारखंड पुलिस मुख्यालय की रिपोर्ट
- हजारीबाग के एनटीपीसी, गोड्डा, पाकुड़ और चतरा जिले के कोयला खनन क्षेत्रों घटनाएं बढ़ी
रेलवे साइडिंग और कारोबारी हैं निशाने पर
रेलवे साइडिंग और कोल परियोजना से जुड़े व्यवसायी अपराधियों और उग्रवादियों के निशाने पर हैं. पिछले कुछ महीनों की बात करें, तो कोयला कारोबार से जुड़े लोगों से लेवी वसूलने की कई घटनाएं हुई हैं. इसके अलावा अलग-अलग आपराधिक और उग्रवादी संगठनों के द्वारा कोल परियोजना और रेलवे साइडिंग में वर्चस्व के लिए गोलीबारी की घटनाओं काे अंजाम दिया जा रहा है.हो चुकी हैं चार बड़ी घटनाएं
09 मई 2023 : हजारीबाग जिले के बड़कागांव स्थित एनटीपीसी साइट ऑफिस के निकट अपराधियों ने ऋत्विक कंपनी के प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर शरद बाबू की गोली मारकर हत्या कर दी. 18 जनवरी 2023 : गोड्डा में ईसीएल (इस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) की कोल परियोजना के लिए जमीन सीमांकन के दौरान आदिवासियों ने पुलिस पर तीर-कमान से हमला कर दिया. आदिवासी कोयला खनन को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस ने आदिवासियों पर लाठीचार्ज किया. इसके बाद आदिवासी भड़क गए और हमला कर दिया. झड़प में एसडीपीओ समेत पांच जवान और कई आदिवासी घायल हुए. 22 मार्च 2022 : पाकुड़ के पचुवाड़ा नॉर्थ कोल ब्लॉक के बंद पड़े उत्खनन और परिवहन का काम शुरू कराने गये कोल कंपनी और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ विस्थापितों की धक्का- मुक्की हुई. विशुनपुर के विस्थापितों द्वारा कोल कंपनी के अधिकारियों के साथ धक्का मुक्की की गयी. 31 अगस्त 2020: हजारीबाग जिला के बड़कागांव प्रखंड में 10 सूत्री मांगों के समर्थन में 11 गांवों के लोगों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया था. इससे कोयले की ढुलाई ठप हो गयी और सैकड़ों करोड़ रुपये का नुकसान कोयला कंपनियों, रेलवे, भारत सरकार और झारखंड सरकार को हुआ. इसे भी पढ़ें – रांची">https://lagatar.in/ranchi-4-more-buses-parked-at-khadgarha-bus-stand-caught-fire-total-9-buses-burnt-chaos/">रांची: खादगढ़ा बस स्टैंड में खड़ी 4 और बसों में लगी आग, कुल 9 बसें जलीं, अफरा-तफरी [wpse_comments_template]
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