- 300 से 400 मेगावाट अतिरिक्त बिजली महंगी दर पर लेकर डिमांड पाटने का प्रयास
Ranchi : पूरे झारखंड में गर्मी की तपिश बढ़ने के साथ ही पावर डिमांड बढ़ गयी है. मार्च तक जो डिमांड 1900 से 2000 मेगावाट तक थी, वह मध्य अप्रैल में बढ़कर 2600 से 2700 मेगावाट तक पहुंच गयी है. जबकि जेबीवीएनएल के पास 2200 से 2300 मेगावाट ही पावर उपलब्ध है. 300 से 400 मेगावाट बिजली की कमी दर्ज की जा रही है. इस कमी को पाटने के लिए सेंट्रल पावर एक्सचेंज से 10 रुपये यूनिट तक महंगी दर से बिजली लेने की प्रक्रिया शुरू की गयी है. गुरुवार को देर रात तक सेंट्रल पावर एक्सचेंज से बिजली मिलनी शुरू हो जाएगी. इसके बाद हालात सामान्य होने की उम्मीद है. विकल्प के तौर पर सिकिदिरी हाइडल को शुरू किया जा सकता है. इसके कारण रांची समेत पूरे राज्य में लोड शेडिंग चल रही है.
इस कारण बढ़ा संकट
जेबीवीएनएल को विंड पावर से मिलने वाली करीब 150 मेगावाट बिजली नहीं मिल रही है. सोलर एनर्जी से भी 40 मेगावाट तक बिजली नहीं मिल रही है. बाढ़ से मिलने वाली 80 मेगावाट बिजली नहीं मिल रही है. रांची को गुरुवार को भी कम बिजली मिली. इसके कारण शाम को पीक ऑवर में लोड शेडिंग हुई. जानकारी के अनुसार, हटिया ग्रिड को 120 के बदले करीब 100, नामकुम को 110 के बदले 90 मेगावाट, कांके ग्रिड को 80 के बदले 60 मेगावाट, बुढ़मू को 30 के बदले 15 मेगावाट ही बिजली मिली. इसके कारण रांची के सभी क्षेत्रों में अहले सुबह और फिर शाम को पीक ऑवर में लोड शेडिंग हो रही है.
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