Ranchi: झारखंड वाणिज्य कर विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 26,000 करोड़ रुपये के लक्ष्य के विरुद्ध 22,292.25 करोड़ का राजस्व संग्रहण किया है, जो वार्षिक लक्ष्य का 85.74% है. विभाग के मुताबिक, वर्ष 2019-20 में यह आंकड़ा 14,286.27 करोड़ रुपये था, जिसमें पांच वर्षों में 56.04% की वृद्धि दर्ज की गई है.
SGST और IGST से रिकॉर्ड संग्रहण
माल और सेवा कर (SGST एवं IGST) से 15,375 करोड़ रुपये के लक्ष्य के मुकाबले 14,210.10 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई, यानी 92.42% लक्ष्य हासिल किया गया. वर्ष 2019-20 में यह आंकड़ा 9,949.51 करोड़ था, जिससे इसमें 42.82% की बढ़ोतरी हुई है.
VAT और JED में भी हुआ शानदार प्रदर्शन
मूल्यवर्धित कर (VAT) से 9,124 करोड़ रुपये के लक्ष्य के विरुद्ध 6,618.51 करोड़ (72.54%) और विद्युत शुल्क (JED) से 1,413 करोड़ के लक्ष्य के विरुद्ध 1,361.24 करोड़ रुपये (96.34%) का संग्रहण हुआ.
पेशा कर ने बनाया नया रिकॉर्ड
पेशा कर (JPT) ने 88 करोड़ के लक्ष्य को पार करते हुए 102.40 करोड़ रुपये का संग्रहण किया, जो लक्ष्य का 116.36% है.
2025-26 के लिए नई कार्य योजना
आगामी वित्तीय वर्ष के लिए 26,500 करोड़ रुपये का नया लक्ष्य रखा गया है. इसमें डीजल के बुल्क पर्चेज पर कर में रियायत और ATF पर दरों में वृद्धि से राजस्व में इजाफा किया जाएगा. साथ ही नया सिस्टम इंटीग्रेटर लाने, पोर्टल्स के इंटीग्रेशन और कर अपवंचकों पर कड़ी निगरानी के लिए IRAU व STU को सशक्त बनाने की योजना है.
राज्य सरकार की यह रणनीति झारखंड को आर्थिक रूप से और मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है.
इसे भी पढ़ें – झारखंड के कई जिलों का तापमान 40 के पार, डाल्टनगंज सबसे गर्म