Ranchi : झारखंड पुलिस का दावा है कि राज्य में नक्सलवाद अपने अंत के कागार पर है. लेकिन इन सबके बावजूद झारखंड के चाईबासा जिले के सारंडा जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच वार जैसी स्थिति बनी हुई है.
जंग के हालात इसलिए बने हुए हैं, क्योंकि नक्सली किसी भी हाल में अपने सबसे मजबूत और आखिरी गढ़ खोना नहीं चाहते हैं.
दूसरी तरफ झारखंड पुलिस हर हाल में सारंडा में भी बूढ़ापहाड़ जैसी सफलता दोहराने के लिए मजबूती से जुटी हुई है. नतीजा यह है कि इस इलाके में पिछले डेढ़ साल से नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान जारी है.
इस अभियान में नक्सलियों के साथ-साथ पुलिस को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा है.
सारंडा जंगल में छिपे मिसिर बेसरा समेत बड़े नक्सली नेताओं को पकड़ने की तैयारी शुरू हो गयी है. दो हजार से अधिक जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है. जंगल की घेराबंदी शुरू कर सर्च ऑपरेशन तेज कर दी गयी है.
1990 के दशक से नक्सलियों के कब्जे में था बूढ़ा पहाड़
बूढ़ा पहाड़ 1990 के दशक से नक्सलियों के कब्जे में था. तब वहां घने जंगल हुआ करते थे. झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ ने ‘ऑपरेशन ऑक्टोपस’ चलाकर इसे नवंबर 2023 ‘नक्सल मुक्त’ किया था.
पुलिस के लिए बना चुनौतीपूर्ण क्षेत्र
सारंडा में नक्सलियों द्वारा बिछाये गये आईईडी सुरक्षाबलों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन चुके हैं. तलाशी अभियान हो या सामान्य गश्त हर वक्त जान का खतरा बना रहता है.
दूसरी ओर, ग्रामीणों को जागरूक करना और उन्हें सुरक्षित रखना प्रशासन की बड़ी जिम्मेदारी है. पुलिस लगातार जागरूकता अभियान और सुरक्षात्मक उपाय कर रही है, फिर भी खतरा टला नहीं है. सुरक्षा बल लगातार इस इलाके से आईईडी बरामद कर रहे हैं. साथ ही नक्सली डंप को भी ध्वस्त किया जा रहा है.
सारंडा इलाके में ये बड़े नक्सली हैं सक्रिय
माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन, पिंटू लोहरा, चंदन लोहरा, अमित हांसदा उर्फ अपटन, जयकांत, और रापा मुंडा अपने दस्ते के साथ विध्वंसक गतिविधियों के लिए सारंडा और कोल्हान क्षेत्र में भ्रमणशील हैं.
इसको लेकर जिला पुलिस, कोबरा 209 बटालियन , झारखंड जगुवार और सीआरपीएफ 60 , 197, 174, 193 , 134 व 26 बटालियन वर्ष 2022 से इस इलाके में संयुक्त अभियान चला रहे हैं.
गोईलकेरा थाना क्षेत्र के ग्राम कुईड़ा, छोटा कुईड़ा, मारादिरी, मेरालगड़ा, हाथीबुरू, तिलायबेड़ा बोयपाईससांग, कटंबा, बायहातु, बोरोय, लेमसाडीह के सीमावर्ती क्षेत्र और टोंटो थाना क्षेत्र के ग्राम हुसिपी, राजाबासा, तुम्बाहाका, रेगड़ा, पाटातोरब, गोबुरू, लुईया के सीमावर्ती क्षेत्रों में अभियान चलाये जा रहे हैं.
आईईडी की चपेट में आ रहे सुरक्षाबल और ग्रामीण :
- – 22 मार्च 2025 : चाईबासा में आईईडी ब्लास्ट में सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर सुनील कुमार मंडल शहीद हो गये थे. एक जवान घायल भी हुआ था.
- – 05 मार्च 2025 : चाईबासा जिले के सारंडा के जंगल में नक्सलियों द्वारा लगाया गया आईईडी ब्लास्ट होने से तीन जवान घायल हुए थे.
- – 07 जनवरी 2025 : आईईडी ब्लास्ट में जराईकेला निवासी सात वर्षीय मासूम सनिका की आईईडी विस्फोट में मौत हो गयी थी.
- – 19 सितंबर 2024 : चाईबासा के सारंडा जंगल वाले इलाके में नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट किया था. जिसकी चपेट में आकर एक जवान घायल हो गया था.
- – 19 सितंबर 2024 : तिरिलपोशी में आईईडी विस्फोट में ग्रामीण सुनील सुरीन की मौत हो गयी थी.
- – 17 अक्टूबर 2024 : जराईकेला में आईईडी विस्फोट में सुनील सुरीन नाम के व्यक्ति की मौत हो गयी थी.
- – 16 फरवरी 2024 : जराईकेला में आईईडी विस्फोट में ग्रामीण रामदयाल पूर्ति की मौत हो गयी थी.
- – 24 जनवरी 2023 : नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी विस्फोट में कटंबा निवासी 13 वर्षीय बालक गंभीर रूप से घायल हो गया था.
- – 21 फरवरी 2023 : गोइलकेरा थाना क्षेत्र के मेरालगड़ा के पास बारूदी सुरंग विस्फोट में 23 वर्षीय ग्रामीण हरीश चंद्र गोप की मौत हो गयी थी.
- – 23 फरवरी 2023 : लकड़ी चुनने गयी बुजुर्ग महिला जेमा हांसदा की मौत हो गयी थी.
- – 01 मार्च 2023 : चाईबासा इचाहातु में आईईडी विस्फोट में कृष्णा पूर्ति नामक बुजुर्ग की मौत हो गयी थी.
- – 01 मार्च 2023 : इचाहातु में विस्फोट में 50 वर्षीय महिला नंदी पूर्ति गंभीर रूप से घायल हो गयी थी.
- – 25 मार्च 2023 : चाईबासा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में लैंडमाइन विस्फोट में 62 वर्षीय महिला गुरुवरी की मौत हो गयी थी.
- – 09 अप्रैल 2023 : चाईबासा के टोंटो में हुए आईईडी विस्फोट में छह वर्षीय बालक और एक बुजुर्ग घायल हो गये थे.
- – 14 अप्रैल 2023 : आईईडी विस्फोट में 35 वर्षीय जेना कोड़ा की भी मौत हो गयी थी.
- – 20 मई 2023 : टोंटो थाना क्षेत्र में हुए विस्फोट में 10 वर्षीय मासूम नारा कोड़ा की मौत हो गयी थी.
- – 25 मई 2023 : टोंटो थाना क्षेत्र के लुइया जंगल में हुए आईईडी विस्फोट में 50 वर्षीय कांडे लंगुरी की मौत हो गयी थी.
- – 20 नवंबर 2022 : चाईबासा के टोंटो थाना क्षेत्र में हुए बारूदी सुरंग विस्फोट में ग्रामीण चेतन कोड़ा की मौत हो गयी थी.
- – 28 दिसंबर 2022 : गोइलकेरा में हुए बारूदी सुरंग विस्फोट में 23 वर्षीय सिंगराय पूर्ति की मौत हो गयी थी.