- कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने सदन के पटल पर विधेयक रखा, दिया जवाब
Ranchi : झारखंड विधानसभा में गुरुवार को विपक्ष के भारी हंगामे के बीच झारखंड राज्य कृषि उपज और पशुधन विपणन (संवर्धन और सुविधा) विधेयक 2022 पारित हो गया. इससे पहले कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने सदन के पटल पर विधेयक रखा. जब यह विधेयक सदन से पास हो रहा था, तो विरोध करते हुए भाजपा के सभी विधायक सदन से बाहर चले गए. विपक्ष की तरफ से अमर कुमार बाउरी, रामचंद्र चंद्रवंशी, अमित कुमार मंडल, लंबोदर महतो, बिनोद कुमार सिंह, रणधीर सिंह और बिरंची नारायण ने विधेयक पर संशोधन प्रस्ताव लाया और विधेयक को प्रवर समिति में भेजने की मांग की.
किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए लाया गया है विधेयक- कृषि मंत्री
विपक्ष के संसोधन का जवाब देते हुए कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि राज्य के किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने तथा उनकी आय में वृद्धि हेतु राज्य में कृषि विपणन में व्यापक सुधार एवं पारदर्शिता के उद्देश्य से एक देश एक बाजार की परिकल्पना को साकार करने, राज्य के कृषकों को आधुनिक विपणन व्यवस्था के तहत इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा कृषि विपणन के क्षेत्र में निजी भागीदारी तथा कृषकों को बाजार के अधिक विकल्प उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इस बिल की आवश्यकता है.
सरकार को इसके माध्यम से राजस्व की प्राप्ति होगी
मंत्री ने कहा कि सरकार को इसके माध्यम से राजस्व की प्राप्ति होगी, जिसमें ग्रामीण हाट/बाजारों के आधुनिकरण एवं आधारभूत संरचनाओं के साथ नए बाजारों की स्थापना कर किसानों को प्रत्येक 10 किलोमीटर पर बाजार की व्यवस्था की जा सकेगी. कहा कि इस विधेयक को अधिनियमित करते हुए कृषकों एवं पशुपालकों को सुदृढ़ व सशक्त करना इस विधेयक का अभीष्ट है.
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