Ranchi : झारखंड विधानसभा बजट सत्र के दूसरे दिन 11 बजकर 06 मिनट पर सदन की कार्यवाही शुरू हुई. सत्र शुरू होते ही सदन में JSSC CGL पेपर लीक का मामला गूंज उठा. भाजपा विधायक वेल में पहुंचकर जोरदार हंगामा करने लगे और पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की. इस बीच प्रश्नकाल में बिरंची नारायण ने भी JSSC CGL पेपर लीक का मामला उठाया. भाजपा विधायक ने कहा कि 25 से 30 लाख रुपये में पेपर बेचा गया. आयोग के अध्यक्ष ने इस्तीफा दे दिया. यह पूरे राज्य को शर्मसार करने वाली घटना है. आखिर इस मामले का किंग पिन कौन है, राज्य की जनता यह जानना चाहती है. सरकार इस मामले की सीबीआई जांच कराये. इस पर संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि नौजवानों की जिंदगी से कोई खिलवाड़ नहीं होगा. एसआईटी का गठन किया गया है. अगर एसआईटी जांच सफल नहीं होती है तो आगे की कार्रवाई की जायेगी.
सरकार अपने लोगों को बचाने के लिए सीबीआई जांच से भाग रही : अमर बावरी
भाजपा विधायक दल के नेता अमर बावरी ने कहा कि एसआईटी के बड़े लोगों तक पहुंचने से पहले मामले को दबा दिया जायेगा. इस मामले में विधानसभा के कर्मचारी भी संलिप्त है. सरकार अपने लोगों को बचाने के लिए सीबीआई जांच से भाग रही है. इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए. कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि जल्द से जल्द परीक्षा ली जानी चाहिए. इसके बाद भाजपा विधायक वेल में आ गये और नारेबाजी करने लगे. भाजपा विधायकों के हंगामे के कारण स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 12:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
सत्र से पहले सदन के बाहर भाजपा विधायकों ने प्रदर्शन किया
बजट सत्र शुरू होने से पहले भाजपा विधायकों ने सदन के बाहर जेएसएससी सीजीएल पेपर लीक मामले को लेकर धरना-प्रदर्शन किया. इस दौरान भाजपा विधायकों ने झारखंड सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. नौजवानों को धोखा दे, रोजगार दे ना सके, वो सरकार निकम्मी है, जो सरकार निकम्मी है वो सरकार बदलनी है, चंपाई सोरेन सरकार हाय-हाय और हेमंत पार्ट 2 हाय-हाय के नारे लगाये.