Search

झारखंड में 'गुड सेमेरिटन पॉलिसी' असरदार : सड़क हादसों में घायलों की मदद के लिए आगे आ रहे लोग

Ranchi :   झारखंड में सड़क दुर्घटनाओं में घालय लोगों की मदद के लिए अब आम नागरिक भी सामने आने लगे हैं और यह राज्य सरकार की 'स्टेट गुड सेमेरिटन पॉलिसी' के कारण संभव हो सकता है.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा शुरू की गई इस नीति के सकारात्मक परिणाम अब जमीनी स्तर पर देखने को मिल रहे हैं. इस योजना के तहत अब तक 200 से अधिक लोगों ने सड़क हादसों में घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचाई है. 

राज्य सरकार के सड़क सुरक्षा विभाग ने इस नेक काम के लिए नागरिकों को 2000 की प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित भी किया है.

नीति का उद्देश्य

इस योजना का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को तत्काल सहायता दिलवाना है. साथ ही आम जनता के बीच यह भरोसा कायम करना कि मदद करने पर उन्हें किसी प्रकार की कानूनी जटिलताओं या पूछताछ का सामना नहीं करना पड़ेगा. यह नीति न केवल मानवीय मूल्यों को सशक्त कर रही है, बल्कि एक भय-मुक्त और उत्तरदायी समाज के निर्माण की दिशा में भी मजबूत कदम है.

 

जमीनी बदलाव के प्रेरणादायक उदाहरण :

- चक्रधरपुर के राजेश तिवारी ने रेलवे लाइन के पास एक वृद्ध को घायल अवस्था में देखा और तुरंत सीएचसी पहुंचाकर उनकी जान बचाई.

- पूर्वी सिंहभूम के मजरूल हक ने सड़क किनारे घायल अवस्था में पड़े सांगी गोप को समय पर अस्पताल में भर्ती कराया.

- सिद्धार्थ होनहागा ने पुरनिया कुटपानी में दुर्घटनाग्रस्त रामसिंह टियू और दसमती टियू को तत्काल सहायता की और अस्पताल पहुंचाया.

- इस तरह के कई उदाहरण है, जो यह दर्शाते हैं कि झारखंड के नागरिक अब 'गुड सेमेरिटन' बनकर जरूरतमंदों की जिंदगी बचाने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं.

नीति से बना भरोसेमंद वातावरण

'गुड सेमेरिटन पॉलिसी' के अंतर्गत किसी भी मददगार को पुलिस पूछताछ, अदालत में पेशी या किसी प्रकार की कानूनी उलझन से पूरी तरह छूट दी गई है. यही कारण है कि आम नागरिक अब बिना किसी झिझक के पीड़ितों की सहायता के लिए आगे आ रहे हैं.

राज्य सरकार का मानना है कि यदि यह जागरूकता और सहयोग की भावना इसी तरह बनी रही, तो आने वाले समय में सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी लाई जा सकेगी.

'स्टेट गुड सेमेरिटन पॉलिसी' झारखंड के लिए न सिर्फ एक सामाजिक पहल है, बल्कि यह इंसानियत और जिम्मेदारी के मूल्यों को बढ़ावा देने वाला कदम भी है. राज्य सरकार की इस पहल ने आम नागरिकों को एक नायक बनने का मौका दिया है, जो जरूरत के समय दूसरों की जान बचाने में संकोच नहीं करता.

 

 

Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp