Ranchi: भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अरुण उरांव ने झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य के बयान पर पलटवार किया. कहा कि देश में चुनाव आयोग के निर्देश पर अबतक 5 राज्यों के 8 डीएम और 12 एसपी बदले गए हैं. जिसमें देवघर के एसपी भी शामिल हैं, लेकिन झामुमो का बौखलाहट यह बता रहा कि देवघर एसपी राज्य के पुलिस अधिकारी नही बल्कि झामुमो के कार्यकर्ता हैं. कहा कि झामुमो अपनी हार की छाया से ही डर गया है. अभी तो हार का सामना करना बाकी है. चुनाव आयोग एक निष्पक्ष संवैधानिक संस्था है, जो देश में निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन झामुमो खुद को इन सभी संस्थाओं से ऊपर मानता है. जो संस्था इनके अनुकूल नहीं वह भाजपा का समर्थक हो जाता है. जिस ईवीएम मशीन और चुनाव आयोग को झामुमो पानी पीकर गाली दे रहा उसी के द्वारा घोषित परिणाम पर झामुमो गठबंधन राज्य में सत्ता सुख भोग रहा है.
इसे पढ़ें- रामगढ़ : मनीष जायसवाल का तूफानी दौरा, मोदी को फिर पीएम बनाने की अपील
अरूण उरांव ने कहा कि अधिकारियों का ट्रांसफर-पोस्टिंग करना आयोग का अधिकार है. शिकायत मिलने पर कार्रवाई करना उनका कर्तव्य है. झामुमो की बौखलाहट खिसियानी बिल्ली खंभा नोंचे जैसा है. झामुमो अपनी सरकार के कारनामों को याद करे. कैसे लोहरदगा में स्लीपर सेल की रिपोर्ट करने वाले डीएसपी का रातोंरात ट्रांसफर कर दिया गया था. कैसे तमाड़ चुनाव में एक पुलिस अधिकारी को उग्रवादी के खिलाफ कार्रवाई की सजा भुगतनी पड़ी थी. उन्होंने कहा कि दरअसल, झामुमो चौतरफा संकट से घिरा है. भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई ने उन्हें भयभीत कर दिया है.
इसे भी पढ़ें- धनबाद : चुनाव आचार संहिता का पालन करते हुए मनाएं रामनवमी व ईद- डीसी
Leave a Reply