Ranchi: झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने शनिवार को चुनाव आयोग पर झारखंड के साथ पक्षपात करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा इस बार चुनाव में होने वाले खर्च की सीमा बढ़ा दी गयी है, लेकिन इसकी औपचारिक जानकारी अबतक राजनीतिक दलों को नहीं दी गयी है. न ही आयोग ने राजनीतिक दलों से चुनाव को लेकर किसी तरह का विचार-विमर्श किया है. यह स्थिति चिंता पैदा करने वाली है. कहा कि चुनाव आयोग की टीम 11 से 16 मार्च के बीच झारखंड आये, पार्टी के प्रतिनिधियों को बुलाये और लोकसभा चुनाव को लेकर उन्हें आवश्यक दिशानिर्देश दे.
आयोग ने अपनी परंपरा पीछे छोड़ दी
भट्टाचार्य ने कहा कि चुनाव से पहले राजनीतिक दलों के साथ विचार-विमर्श करना आयोग की परंपरा रही है. लेकिन चुनाव आयोग ने अपनी परंपरा को पीछे छोड़ दिया है. आशंका जाहिर करते हुए कहा कि क्या इस बार भी चीजें इसी तरफ जा रही हैं. चुनाव आयोग यह सुनिश्चित करता है कि लोग दबाव मुक्त होकर अपने संवैधानिक अधिकारों का पालन करें. लेकिन इस बार ये मुश्किल लग रहा है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या चुनाव आयोग के लिए झारखंड में चुनाव कराना जरूरी नहीं रह गया है.
लोकसभा और विधानसभा में पार्टी उम्मीदवार झारखंडी होगा
राज्य में होने वाले चुनाव को लेकर कहा कि चुनाव में हमारा उम्मीदवार पूरी तरह से से झारखंडी होगा. चाहे वो लोकसभा का उम्मीदवार हो या विधानसभा का चुनाव. वहीं सुप्रियो ने कहा ने कहा बाबूलाल मरांडी को राज्य सरकार के अलावा केंद्र सरकार से भी अतिरिक्त सुरक्षा मिली हुई है. उनको अगर राज्य सरकार की सुरक्षा के साथ मिला दें, तो उनकी सुरक्षा हेमंत सोरेन से ज्यादा हो जाती है.
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