ईरानी राहुल के अमेरिकी दौरे पर हमलावर हुई, जॉर्ज सोरोस से जुड़ी सुनीता विश्वनाथ से मुलाकात पर जवाब मांगा
स्पीकर कोई दैनिक वेतन भोगी कर्मी नहीं, जिसे हटा दिया जाए
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि गत दिवस भाजपा के लोग राजभवन गए थे. दरअसल ये लोग राज्यपाल से अगले दौरे और उसके एजेंडे पर बातचीत करने और उन्हें टास्क देने गए थे. ये जिक्र करने गये थे कि अगला दौरा किस प्रमंडल में होगा, उसके मुद्दे क्या रहेंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा ने स्पीकर डॉ रवींद्र महतो की हटाने की मांग राज्यपाल से की है. ऐसा लगता है कि स्पीकर कोई अनुबंध कर्मी हैं, जिसे कह दिया जाए कि कल से नहीं आना है. अब जब राज्य सरकार राज्य को ट्रैक पर ले जाने का काम कर रही है. सरकारी नौकरी देकर रोजगार देने का काम कर रही है, तो उसे डायबर्ट किया जा रहा है. यह उचित नहीं है. अगर हमें और हमारी सरकार को डिस्टर्ब करने का प्रयास किया तो हम भी चुप बैठने वाले नहीं है. हम भी जवाब देना जानते हैं.राजभवन में राज्यों की स्थापना दिवस मना कर नया ट्रेंड शुरू हुआ
सुप्रियो भट्टाचार्य यहीं नहीं रूके. उन्होंने कहा कि राजभवन में विभिन्न राज्यों का स्थापना दिवस मना कर नया ट्रेंड शुरू किया जा रहा है. मजे की बात यह है कि बंगाल का स्थापना दिवस मनाया गया, मगर वहां की सीएम ममता बनर्जी को ही पता नहीं है. स्थापना दिवस में उस राज्य के विभूतियों की एक तस्वीर तक नहीं लगायी जाती है. केवल एक तरफ प्रधानमंत्री और दूसरी तरफ अपनी फोटो. अगर संबंधित राज्यों के विभुतियों का फोटो न हो तो कम से कम से उस राज्य के मंदिरों का फोटो लगा देना चाहिए था. क्योंकि भाजपा तो मंदिर की राजनीति करती है.भाड़े के नेता को बना दिया गया विधायक दल का नेता
सुप्रियो भट्टचार्य ने कि भाजपा गजब की राजनीति करती है. आयोगों के खाली पद का जिक्र करती है. मगर कई ऐसे आयोग हैं, जिस पर नेता प्रतिपक्ष की राजमंदी और सलाह जरूरी है. साढ़े तीन साल हो गए, भाजपा एक नया नेता प्रतिपक्ष नहीं चुन पायी. एक भाड़े के नेता को विधायक दल का नेता चुन दिया गया. जिसका केस अभी स्पीकर न्यायाधीकरण में लंबित है. भाजपा के 25 और आजसू के 2 विधायकों का विपक्ष रहते हुए भी नेता प्रतिपक्ष नहीं चुना जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. ये लोग संवैधानिक संस्थाओं को बर्बाद करने पर तुले हैं. इसे भी पढ़ें -हजारीबाग">https://lagatar.in/hazaribagh-housewives-unable-to-bear-the-brunt-of-inflation-changes-in-kitchen-menu/">हजारीबाग: महंगाई की मार नहीं झेल पा रही गृहणियां, रसोई के मेन्यू में किया बदलाव [wpse_comments_template]
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