Washington : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा भारतीय मीडिया की तारीफ करना अमेरिकी पत्रकारों को रास नहीं आया. इसे लेकर अमेरिकी मीडिया ने जो बाइडन की आलोचना कर डाली. मामला बिगड़ता देख वाइट हाउस ने सफाई दी है. जान लें कि जो बाइडन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के क्रम में कहा था कि भारतीय मीडिया का व्यवहार अमेरिकी मीडिया की तुलना में काफी अच्छा है.
जेन साकी बोलीं- टू द पाइंट नहीं होते अमेरिकी पत्रकार
इस बात पर अमेरिकी मीडिया के तेवर तल्ख हो गये. इस पर बचाव करने के लिए वाइट हाउस की प्रवक्ता जेन साकी सामने आयी. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि बाइडन का कहना था कि अमेरिकी पत्रकार हमेशा टू द पाइंट नहीं होते. लेकिन मुझे पता है कि यह ऐसा कुछ नहीं है जिसे कोई यहां सुनना चाहता है. लेकिन, मुझे लगता है कि वो जो संदेश दे रहे थे, आप जानते हैं.
साकी ने यह भी कहा कि मुझे लगता है कि वो जो संदेश दे रहे थे, आप जानते हैं. आज, वो शायद कोविड टीकों के बारे में बात करना चाहते हैं, कुछ सवाल इसी को लेकर थे. वो शायद जिन मुद्दों पर सवाल देखना चाहते थे वैसे सवाल अमेरिकी मीडिया की तरफ से नहीं आये.
इसे भी पढे़ : विश्व हृदय दिवस विशेष: युवाओं में धूम्रपान हार्ट अटैक का मुख्य कारण, शुरुआती दौर में दिल की बीमारी को ना करें नजरअंदाज
प्रेस की स्वतंत्रता के लिए भारतीय मीडिया का दुनिया में 142 वें स्थान पर है
वाइट हाउस ब्रीफिंग के दौरान एक अमेरिकी रिपोर्टर ने भारतीय और अमेरिकी मीडिया की तुलना पर सवाल किया. उसने कहा कि रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स की रिपोर्ट में प्रेस की स्वतंत्रता के लिए भारतीय मीडिया का दुनिया में 142 वें स्थान पर है. ऐसे में जो बाइडन भारतीय मीडिया की तुलना में अमेरिकी मीडिया के बारे में ऐसा कैसे कह सकते हैं?
बाइडन ने भारतीय मीडिया के बारे में क्या कहा
जो बाइडन ने कहा था कि मुझे लगता है कि वे इन बातों को प्रेस के माध्यम से पेश करने जा रहे हैं. भारतीय प्रेस का व्यवहार अमेरिकी प्रेस से कहीं बेहतर है और मुझे लगता है, आपकी अनुमति से, हमें प्रश्नों का उत्तर नहीं देना चाहिए क्योंकि वे मुद्दे पर कोई प्रश्न नहीं पूछेंगे.