NewDelhi : दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा को इलाहाबाद हाईकोर्ट ट्रांसफर करने का फैसला बदलने की मांग पर सुप्रीम कोर्ट विचार कर सकता है. आज गुरुवार को छह हाईकोर्ट के बार एसोसिएशन के पदाधिकारी दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव खन्ना से मिले और तबादला पर पुनर्विचार करने की मांग की.
जस्टिस वर्मा को इलाहाबाद हाईकोर्ट न भेजा जाये
इस संबंध में इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल तिवारी ने जानकारी दी कि CJI जस्टिस संजीव खन्ना से हम लोगों ने आज मुलाकात की है. हमने उनसे मांग की कि जस्टिस वर्मा को इलाहाबाद हाईकोर्ट न भेजा जाये. CJI ने कहा है कि जस्टिस वर्मा के तबादले की कॉलेजियम की सिफारिश वापस लेने की मांग पर विचार करेंगे.
इलाहाबाद, गुजरात, केरल, जबलपुर, कर्नाटक और लखनऊ हाईकोर्ट के बार एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने दोपहर में CJI से मुलाकात की. इस क्रम में वे कॉलेजियम के अन्य सदस्य जस्टिस बी आर गवई, जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस अभय एस ओका और जस्टिस विक्रम नाथ से भी मिले.
सदस्यों ने CJI और कॉलेजियम को मेमोरेंडम दिया
सदस्यों ने CJI और कॉलेजियम को एक मेमोरेंडम दिया. जिसमें कहा गया कि दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की रिपोर्ट के अनुसार 14 मार्च को जस्टिस यशवंत वर्मा के घर आग लगी थी. इसके एक दिन बाद किसी ने उनके घर से सामान हटा दिया था. ऐसे मामलों में अन्य लोगों के शामिल होने और FIR दर्ज नहीं होने से जांच पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.
हाई कोर्ट बार एसोसिएशनों के संयुक्त बयान में कहा गया कि बार एसोसिएशन मुख्य न्यायाधीश और कॉलेजियम से अनुरोध करती है कि न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के तबादले को वापस लिया जाये और पहले से ही वापस लिये जा चुके न्यायिक कार्य के अलावा सभी प्रशासनिक कार्य भी वापस लिये जायें
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