alt="" width="600" height="400" /> मुख्यमंत्री ने शोकाकुल परिजनों से मिलकर उन्हें ढाढ़स बंधाया. ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को दु:ख सहन करने की शक्ति देने के लिए प्रार्थना की अंतिम यात्रा और अंत्येष्टि कार्यक्रम में भी सीएम शामिल हुए. जीवन भर रहा सामाजिक सरोकार : मुख्यमंत्री ने कहा कि कपूर टुडू जी के रूप में मैंने अपना एक भाई, दोस्त और झारखंड आंदोलनकारी खो दिया है. उनका निधन ना सिर्फ हमारी पारिवारिक क्षति है बल्कि इस राज्य ने एक ऐसे व्यक्तित्व को खो दिया है जिन्होंने अलग राज्य के संघर्ष से लेकर अपने पूरे जीवन काल में सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर आम लोगों की तकलीफों को दूर करने का प्रयास करते रहे. उनका निधन हमारे लिए अपूरणीय क्षति है. दिवंगत कपूर कुमार टुडू जी को अश्रुपूर्ण नमन.
alt="" width="600" height="400" /> परिवार में मां, पत्नी और तीन नाबालिग बच्चे : बताते चलें कि दिवंगत कपूर कुमार टुडू रिश्ते में मुख्यमंत्री के फुफेरे भाई थे ।छह मई को उनका निधन हो गया था. वे अपने पीछे मां श्रीमती सुखी टुडू, पत्नी सुकुरमनी टुडू एवं दो पुत्र, एक पुत्री छोड़ गए हैं. वे अपनी सादगी और सरलता के लिए जाने जाते थे. सामाजिक सरोकार और आम लोगों के प्रति सेवा भाव उनकी पहचान थी.