Ranchi : रांची जिले के बेड़ो अंचल स्थित करांजी जलाशय योजना तेजी से आकार ले रही है. सरकार ने अब अतिरिक्त डूब क्षेत्र की भूमि का भी अधिग्रहण करने का निर्णय लिया है, ताकि जलाशय में अधिक पानी रोका जा सके. यह परियोजना क्षेत्र के किसानों के लिए सिंचाई का एक बड़ा साधन बनने के साथ-साथ पर्यटन के दृष्टिकोण से भी एक नया आकर्षण केंद्र बनती जा रही है.
कृषि विकास की दिशा में बड़ा कदम
यह परियोजना ग्राम करांजी , थाना बेड़ो, अंचल बेड़ो, जिला रांची में लघु सिंचाई योजना के रूप में निर्माणाधीन है. इसके पूरा होने पर आसपास के कई गांवों की कृषि भूमि को सालभर सिंचाई सुविधा मिलेगी, जिससे किसानों की पैदावार और आमदनी दोनों में वृद्धि होगी.
भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी
इस योजना के लिए पहले से अधिग्रहीत भूमि के अलावा अब 6.39 हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है. उपायुक्त, रांची की स्वीकृति मिलने के बाद अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. राजस्व विभाग और संबंधित अंचल कार्यालय भूमि मुआवजा एवं स्वामित्व सत्यापन की प्रक्रिया पर काम कर रहे हैं.
परियोजना का मुख्य उद्देश्य
करांजी जलाशय योजना का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में सिंचाई प्रणाली को सुदृढ़ बनाना है. बेड़ो और आसपास के इलाकों में खेती मुख्यतः वर्षा पर निर्भर है, जिससे किसानों को सीमित उत्पादन मिलता है. यह जलाशय किसानों को वर्षभर पानी की सुविधा देगा, जिससे दोहरी फसल प्रणाली (Double Cropping System) को बढ़ावा मिलेगा. स्थानीय किसान इस योजना से बड़ी उम्मीदें लगाए बैठे हैं.
पर्यटन की अपार संभावनाएं
कृषि के साथ-साथ यह जलाशय परियोजना क्षेत्र के पर्यटन को भी गति देगी. करंजी बांध पहले से ही एक प्रसिद्ध पिकनिक स्थल के रूप में जाना जाता है. यहां के प्राकृतिक सौंदर्य और शांत वातावरण के कारण लोग छुट्टियों और त्योहारों में घूमने आते हैं. जलाशय बनने के बाद इको-टूरिज्म, बोटिंग और पिकनिक जोन के विकास की संभावनाएं और बढ़ गई हैं.
2026 तक पूरा करने का लक्ष्य
जल संसाधन विभाग ने संकेत दिया है कि करांजी जलाशय योजना को साल 2026 तक पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. योजना पूरी होने के बाद यह परियोजना न केवल सिंचाई क्षमता को बढ़ाएगी बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाएगी.

Leave a Comment