New Delhi : आज लोकसभा में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की अगुआई में मणिपुर हिंसा पर विपक्षी दलों ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया, जिस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने मंजूरी दे दी. कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने जब अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस का जिक्र किया तो स्पीकर ने कहा, आप तो जानते हैं अनुभवी सांसद हैं कि इसकी क्या प्रक्रिया है. हालांकि विपक्षी दल हंगामा करते रहे. नेशनल खबरो के लिए यहां क्लिक करें
मैं अपने मुद्दे सदन के सामने रख रहा था, और जब 50 लोगों ने 267 पर notice दिए , मुझे संसद में बोलने का मौका भी नहीं मिला। ठीक है।
लेकिन कम से कम जब मैं बोल रहा हूँ तो मेरा माइक बंद कर दिया गया, ये मेरे privilege को धक्का है।
ये मेरा अपमान हुआ है। मेरे self-respect को उन्होंने… pic.twitter.com/nKpGX80AwC
— Mallikarjun Kharge (@kharge) July 26, 2023
खड़गे बोलने लगे तो कई कांग्रेस सांसद खड़े हो गये
वहीं राज्य सभा में आज जब नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बोलने लगे तो कई कांग्रेस सांसद खड़े हो गये. इस पर सभापति धनखड़ ने चुटकी लेते हुए कहा, आपके पीछे आपके सांसद खड़े हैं. इस पर खड़गे ने तत्काल जवाब दिया, हमारे सांसद हमारे पीछे नहीं तो क्या पीएम मोदी के पीछे खड़े होंगे? जवाब सुनकर सभापति के साथ-साथ अन्य सांसद भी ठहाके लगाने लगे. उधर सत्ता पक्ष के सदस्य मोदी-मोदी के नारे लगाने लगे. बाद में सदन में हंगामा बढ़ने के बाद कार्यवाही स्थगित कर दी गयी
भड़क गये मल्लिकार्जुन खड़गे
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि जब वह बोलने लगे तो उनका माइक बंद कर दिया गया. उन्होंने कहा कि इस तरह की हरकत उनके विशेषाधिकार का उल्लंघन है. खड़गे यह कह कर बरस पड़े कि मेरा अपमान हुआ है और यह मेरे आत्मसम्मान को चुनौती है. जान लें कि विपक्षी सांसदों ने आज भी मणिपुर पर चर्चा के लिए नोटिस दिये. लेकिन रोज की तरह इसे सभापति धनखड़ ने खारिज कर दिया. इसके बाद मल्लिकार्जुन खड़गे मणिपुर हिंसा पर सरकार के रवैये तथा प्रधानमंत्री मोदी द्वारा संसद के भीतर कोई बयान नहीं दिये जाने के विरोध में विपक्षी दलों के सदस्यों के साथ सदन से बर्हिगमन कर गये.