- नेता चुनने का फैसला मल्लिकार्जुन खरगे पर छोड़ा गया
- सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार के समर्थकों ने नारे लगाये
- दोनों नेताओं को दिल्ली बुलाया गया, दो-तीन दिन में होगा फैसला
Bengluru : कर्नाटक के नवनिर्वाचित विधायकों ने रविवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को विधायक दल का नेता चुनने के लिए अधिकृत किया. कांग्रेस विधायक दल की रविवार शाम यहां एक होटल में हुई बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया.. इससे पहले कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल के साथ निवर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया और कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार के साथ बैठक की. वहीं सिद्धारमैया के समर्थकों ने बेंगलुरु के शांगरी-ला होटल के बाहर सिद्धारमैया के समर्थन में नारेबाजी की. जबकि डीके शिवकुमार के समर्थक उनके घर के बाहर जमा हुए. समर्थकों ने ‘वी वॉन्ट डीके’ के नारे लगाए. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का नेता चुनने के लिए वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे, जितेंद्र सिंह और दीपक बाबरिया को पर्यवेक्षक नियुक्त किया था. राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल करते हुए 135 सीट जीतीं, जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीट जीतीं.
अब गेंद आलाकमान के पाले में
सीएम पद के लिए सिद्दारमैया और डीके शिवकुमार के बीच मुकाबला है. इस बीच विधायक दल की बैठक में फैसला हुआ है कि कर्नाटक का CM कौन होगा, इस संबंध में फैसला कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे लेंगे. विधायकों ने बैठक में एकमत से यह फैसला लिया है. इससे पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री चुनने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, यह जनता की जीत है. कर्नाटक में जनता ने भाजपा को नकार दिया है. जनता ने मिलकर भारी बहुमत से कांग्रेस को जिताया है. कांग्रेस पार्टी को काफी समय बाद यह बहुमत मिला है. उन्होंने दिल्ली रवाना होने से पहले राहुल गांधी और सोनिया गांधी से फोन पर बात भी की. इसी बीच खबर आ रही है कि सोमवार को सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दिल्ली आ सकते हैं.
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