Seraikela (Bhagya Sagar Singh) : राष्ट्रीय महिला आयोग तथा नालसा के तत्वाधान में झालसा के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार की टीम ने महिला सशक्तिकरण पर एक संगोष्ठी का आयोजन हुआ. खरसावां में रविवार को आयोजित इस कार्यक्रम में प्रखंड भर की सहिया, सहायिका, एएनएम, स्वयं सहायता समूह तथा ग्रामीण महिलाएं उपस्थित रही. गोष्ठी में महिलाओं को विधिक जागरूकता के साथ महिला उत्पीड़न से संबंधित कानून, डायन प्रथा से संबंधित कानून, विधिक सहायता तथा केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न योजनाओं से अवगत कराया गया. प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार ने उन्हें संबोधित करते कहा कि सभी अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को इस शिविर से लाभ उठाकर जागरूक करें और उन्हें अधिक से अधिक सरकारी योजनाओं से जोड़ने का काम करें. महिलाएं आगे आए तथा महिलाओं को उनके हक और अधिकार दिलाने में मदद करें.
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चयनित महिलाओं के बीच ऋण का किया गया वितरण
वहीं, जिला न्यायाधीश द्वितीय कंकण पट्टादार एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मंजू कुमारी ने भी संबोधित करते हुए महिलाओं को समाज में सशक्त भूमिका के लिए प्रेरित किया. अमित शेखर ने महिलाओं के शिक्षित होने और उन्हें रोजगार और समाज के मुख्यधारा से जुड़ने पर जोर दिया. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव कुमार क्रांति प्रसाद ने कहा कि महिलाएं हमारे समाज के रीढ़ की तरह होती हैं और अगर रीढ़ कमजोर हो जाए तो पूरा समाज और साथ में देश कमजोर हो जाएगा. उन्होंने महिलाओं को न सिर्फ शिक्षित होने बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर होने के लिए भी प्रेरित किया और सभागार में उपस्थित लोगों को विधिक सहायता से संबंधित प्रावधानों की भी जानकारी दी. इस दौरान अनेक चयनित महिलाओं में ऋण वितरण करते हुए प्रखंड कार्यालय द्वारा संचालित विविध योजनाओं के साथ उन्हें जोड़ा गया.
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