का एक ऐसा जिला जहां हर पांच से आठ माह में बदल जाते हैं एसपी
खरसावां के बासंती मंदिर में 11 अप्रैल को ब्राम्हण समाज के युवकों का उपनयन संस्कार
[caption id="attachment_285979" align="aligncenter" width="600"]alt="" width="600" height="277" /> खरसावां में स्थापित मां बासंती की प्रतिमा.[/caption] दस अप्रैल को मां बासंती की महानवमी पूजा का आयोजन होगा. खरसावां के बासंती मंदिर में 11 अप्रैल को दशमी पर ब्राम्हण समाज के युवकों का उपनयन संस्कार (जनेऊ) भी किया जाएगा. इस दौरान जनेऊ में होने वाली सभी रस्मों को भी निभाया जाएगा.
मन्नत पूरी होने पर कई भक्तों ने चढ़ावा चढ़ाया
खरसावां के साथ साथ टेंटोपोषी में भी मां बासंती दुर्गा की आकर्षक प्रतिमा बनाई गई है. बड़ी संख्या में लोग माता के दरबार में पहुंच कर पूजा अर्चना करने के साथ-साथ मन्नत भी मांग रहे हैं. मन्नत पूरी होने पर कई भक्तों ने माता के दरबार में चढ़ावा भी चढ़ाया. इसे भी पढ़ें: चाईबासा:">https://lagatar.in/chaibasa-crowd-of-devotees-at-places-of-worship-on-maha-ashtami/">चाईबासा:महाअष्टमी को पूजा स्थलों पर रही श्रद्धालुओं की भीड़ [wpse_comments_template]

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