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खरसावां : मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता कार्यक्रम में शिक्षकों को दिया गया प्रशिक्षण

Kharsawan : प्रखंड संसाधन केंद्र खरसावां में करीब 80 शिक्षकों को एफएलएन (फॉउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरिसी) और संख्यात्मकता कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षण दिया गया. शैक्षणिक सत्र 2022-23 में कक्षा तीन तक के बच्चों को आसान तरीके से पढ़ाना और अंकगणित सिखाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी पंकज महतो और वरिष्ठ शिक्षकों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. केंद्र और राज्य सरकार का अभियान है कि 2026-27 तक झारखंड के कक्षा 3 तक के प्रत्येक बच्चे को पढ़ने लिखने और गणित की योग्यता हासिल करने लायक बना लेने का लक्ष्य रखा गया है. निपुण भारत मिशन में खेल, खोज और गतिविधि आधारित शिक्षण बच्चों को देना सुनिश्चित किया गया है. प्रत्येक स्कूल का हर बच्चा संख्या, माप और आकार के क्षेत्र को तर्क के साथ समझने और उन्हें गणना करने में सक्षम हो सके. इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर:">https://lagatar.in/jamshedpur-tata-steel-dalit-registered-employees-son-union-will-protest-on-march-3/">जमशेदपुर:

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उन्हें मातृभाषा में शिक्षा दी जाये. शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों और शिक्षा प्रशासकों का क्षमता निर्माण इस प्रशिक्षण के माध्यम से हो सकेगा. उन्होंने बताया कि वर्तमान में बच्चे लर्निंग क्राइसिस से जूझ रहे हैं. सरकार को एक सर्वे से पता चला है कि 5 करोड़ बच्चे बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान नहीं सीख पायें. इसी को ध्यान में रखकर नयी शिक्षा नीति में एफएलएन कार्यक्रम से बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता कार्यक्रम को शुरू किया गया है. `निपुण भारत` की संकल्पना पर काम किया जा रहा है. बीपीओ पंकज महतो ने कहा कि प्रशिक्षण से शिक्षकों में सामुदायिक सहभागिता की समझ होगी. बालवाटिका से लेकर कक्षा तीन तक के बच्चें लर्निंग आउटकम हासिल कर सकें और उनकी प्रशैक्षणिक दक्षता बढ़ेगी. इस मौके पर मास्टर ट्रेनर अमरेश कुमार ,आलोक कुमार ,सपन कुमार, आचार्य, दुर्गाचरण महतो, वरीय शिक्षक माजिद खान, बीआरपी राजेन्द्र गोप, सीआरपी और शिक्षक उपस्थित थे. [wpse_comments_template]

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