में सांबो दशमी पर ओड़िया समुदाय के लोगों ने की भगवान सूर्य की पूजा
नष्ट हुए पेड़-पौधों की क्षतिपूर्ति ग्राम सभा को देने की मांग
ग्रामीणों ने आरोप लगाया गया कि 27 वर्षों से रक्षित किए गए पेड़-पौधे, जड़ी-बूटी व जंगली फलदार वृक्षों को वन विभाग द्वारा ट्रेंच खुदाई के दौरान नष्ट कर दिया गया. उस स्थान पर वैसे पेड़ लगाएगी, जिससे ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं मिलने वाला है. ग्रामीणों ने वन भूमि में ट्रेंच खुदाई का विरोध करते हुए कहा कि 27 वर्षों से बगैर ट्रेंच के ही वनों को संरक्षित किया गया था. ग्रामीणों ने ट्रेंच कटिंग स्थल को समतल करने की मांग की. ग्रामीणों ने ट्रेंच कटिंग के दौरान साल, आसन, सीधा, बेला, करम, पियाल आदि प्रजाति के पेड़ों को बड़े पैमाने पर काटने का आरोप लगाते हुए ग्राम सभा को क्षतिपूर्ति देने की मांग की.बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में पहुंचे लोगों ने निर्णय लिया कि पूरे मामले की जानकारी जिला के वरीय पदाधिकारियों को देंगे. बैठक में जबुना सरदार, जितु महतो, रीना सरदार, राजोबाला सरदार, सुमी सोय, पिंकी बोदरा समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे. इसे भी पढ़ें: खरसावां">https://lagatar.in/buru-mage-was-organized-with-traditional-rituals-at-the-shakti-sthal-akarshini-peeth-of-kharsawan/">खरसावांके शक्ति स्थल आकर्षिणी पीठ पर पारंपरिक विधि विधान से हुआ बुरु मागे का आयोजन [wpse_comments_template]

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