Simdega: खतियानी जोहार यात्रा के तहत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सिमडेगा पहुंचे. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. इस मौके पर बच्चियों ने सीएम के स्वागत में पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति दी. सीएम के साथ मंच पर विधायक नमन बिक्सल कोंगड़ी कोलेबिरा विधायक, भूषण बाड़ा सिमड़ेगा विधायक, भूषण तिर्की गुमला विधायक और श्रम मंत्री सत्यानंद भोगता मौजूद रहे.
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सीएम हेमंत सोरेन का संबोधन
खतियानी जोहार के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपना संबोधन शुरू किया. उन्होंने कहा कि सिमडेगा राज्य का सीमावर्ती जिला है. हम यहां खेल को प्रोत्साहित करने के लिए पहले आये हैं. हम कई बार सिमडेगा जिले का दौरा कर चुके हैं. इस बार खतियानी यात्रा के लिए आए हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खतियानी यात्रा का मतलब लोगों को बताया. बोले, हमें बार-बार संघर्ष करके अपना परिचय देना पड़ता है. जल, जंगल और जमीन को बचाने के लिए यहां के लोगों ने शहादतें दी हैं. सीएम ने कहा कि झारखंड सरकार का केंद्र पर 1 हजार 300 सौ करोड़ रुपये का बकाया हो गया है.लेकिन वे दे नहीं रहे उल्टा ईडी भेजकर चुप कराने की कोशिश की जाती है.
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सीएम ने कहा कि हमारे हक और अधिकार लोग लूट ले जाते हैं. हमारी सरकार बनते ही कोरोना की चुनौती आकर खड़ी हो गई. 20 सालों में राज्य की ऐसी स्थिति बना दी है कि यहां कि आर्थिक स्थिति खराब हो गई. सिमडेगा में ही लोग हाथों में राशन कार्ड लेकर आए थे, कई लोगों की मौत हुई थी. कोरोना के समय हमारे राज्य के 20 से 25 लाख मजदूर फंस गए थे. कोरोना के समय भी हमने किसी को ट्रेन, किसी को हवाई जहाज से लाकर घर पहुंचाया. मुख्यमंत्री ने पूर्व की सरकार को बेईमान बताया. बोले– इनकी नीतियों से तमाम फैक्ट्रियां बंद हो गईं. हमारी सरकार ने किसी को भूख से नहीं मरने दिया. दो साल तक ऐसी स्थिति बनी रही. दो साल बाद काम शुरू हुआ, तो इनको दर्द होने लगा. हमारी सरकार के खिलाफ षड्यंत्र करना शुरू कर दिया. सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में सब पंचायतों में अधिकारी और नेता गए. 20 साल में कभी अधिकारी कमरे से नहीं निकले थे. अब सब जगह जा रहे हैं. हमें शिविर के जरिए 65 लाख शिकायतें मिली. राज्य की मुख्य मांगों का समाधान किया जा रहा है. सब योजनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है. हमने साठ साल से ज्यादा उम्र के हर व्यक्ति को पेंशन देने का कानून बना दिया.
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मंत्री सत्यानंद भोक्ता का संबोधन
श्रम नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने खतियानी जोहार यात्रा के दौरान कहा कि झारखंड बनने के बाद ज्यादातर समय भाजपा ने राज किया. लेकिन विकास का कार्य ना के बराबर हुआ. हमारी सरकार बनी तो कोरोना आ गया. उस समय भी हमारी सरकार ने काम किया. जो काम बीस साल में नहीं हुआ, वो हमारी सरकार ने किया. हमारी सरकार ने 1932 का खतियान लागू करने की कोशिश की. पेंशन की समस्या को हमारी सरकार ने दूर किया. श्रम विभाग की ओर से 11 हजार युवक-युवतियों को काम दिया गया. झारखंड राज्य में पुरानी पेंशन को लागू करने का काम किया. हमारे पहले की सरकार ने बेकार की योजना बनाकर पैसा बहाया, किसी को काम नहीं दिया.