Khunti : खूंटी जिला के अड़की प्रखंड स्थित बारीगड़ा गांव में मंगलवार को विभिन्न आदिवासी संगठनों का महाजुटान हुआ. जिसमें राऊता, बारीगड़ा, सारजमडीह, मायपा, सारगेया समेत दर्जनों गांव के महिला पुरूष जुटे.ग्राम सभा में ड्रोन सर्वे का विरोध और 1932 खतियानी लड़ाई के लिये रणनीति बनायी गयी.मुख्य अतिथि के रूप में प्रेमशाही मुंडा और महादेव मुंडा ने संबोधन में कहा कि आदिवासियों की हक मारने की नीयत से केन्द्र सरकार जमीन को ड्रोन से सर्वे करा रही है. इसमें जिसका भी घर दिखेगा उसको प्रोपर्टी कार्ड निर्गत किया जाएगा और ऐसे में जो बाहर से आये व्यक्तियों द्वारा बनाये गये घरों का फोटो लेकर बाहरी को भी स्थानीयता का लाभ दिलाने की साजिश है. इसलिए इसका पुरजोर विरोध करने का अह्वान किया जा रहा है. इसे भी पढ़ें-पलामू">https://lagatar.in/palamu-bdo-and-co-jointly-inaugurated-the-paddy-purchase-center-by-cutting-the-lace/">पलामू
: धान क्रय केंद्र का बीडीओ और सीओ ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया उद्घाटन वहीं प्रेमशाही मुंडा ने लोगों से अपील की कि 1932 की खतियानी लड़ाई और ड्रोन सर्वे के खिलाफ अब आर पार की लडाई हो गयी है और इसके लिये आदिवासी अब कमर कस चुके हैं. इस लड़ाई में अगर खून की नदियाँ भी बहानी पड़े तो उसके लिये भी तैयार हैं.वहीं आंदोलनकारी सोमा मुंडा ने वर्तमान सरकार को जम कर कोसते हुए कहा कि हमलोगों ने जिस उम्मीद से सरकार बनायी है. उस उम्मीद से बिल्कुल उल्टी निकली. हेमंत सरकार कठपुतली बन गयी है और इशारे में चल रही है. झारखंडी भावनाओं से अब इस सरकार का कोई सरोकार नहीं रहा. इसलिए अब गांव गांव पंचायत पंचायत आवाज बुलंद करना होगा और एक उलगुलान बिरसा मुंडा ने किया था और अब फिर उसी खूंटी जिले से दूसरी उलगुलान की तैयारी चल रही. [wpse_comments_template]
खूंटी : बारीगड़ा में तीन पंचायत के लोग जुटे, ग्राम सभा में ड्रोन सर्वे का विरोध

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