पिछली बार मिला था सहयोग
Dhanbad: कोरोना महामारी की मार से सभी परेशान हैं. किन्नर भी इससे अलग नहीं हैं. उनकी रोजी-रोटी भी आमलोगों के भरोसे चलती है. लेकिन इस समय सबकुछ बंद है. इससे उनकी परेशानी बढ़ गयी है. इस मामले पर धनबाद के झरिया के जोड़ापोखर के किन्नर से बात की गयी तो उन्होंने अपनी समस्याएं बतायीं.
जोड़ापोखर में लगभग 50 किन्नर हैं
रेखा किन्नर ने कहा कि जोड़ापोखर क्षेत्र में लगभग 50 किन्नर हैं. अपनी रोजी-रोटी के लिए प्रतिदिन निकलते है. लेकिन कोरोना के कारण निकलना मुश्किल हो गया है. हालात ऐसे हो गए हैं कि लोग शादी तो कर रहे हैं, लेकिन उनके चेहरे पर खुशी नहीं है. जब वे खुश नहीं रहेंगे तो हम कैसे उनके पास जायेंगे.
उन्होंने कहा कि किन्नर समाज द्वारा गरीब और असहाय लोगों की मदद भी की जाती है. लेकिन इस महामारी में हालात ऐसे हैं कि हमें खुद मदद की जरूरत आ पड़ी है. कहा कि पिछले वर्ष कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन में नेता और समाजसेवियों द्वारा काफी सहयोग मिला था. लेकिन इस बार अभी तक किसी से कोई सहयोग नहीं मिला है. हमलोगों को मदद की दरकार है. सरकार इस पर ध्यान दे.