Kiriburu (Shailesh Singh) : नोवामुंडी प्रखंड क्षेत्र अन्तर्गत लिपुंगा के ग्रामीण लंबे समय से पेयजल समस्या से परेशान हैं. गांव के विभिन्न टोला में लगे लगभग 10 चापाकल में से सात खराब हैं. मात्र 3 सोलर चालित जलमीनार अथवा चापाकल पर पूरे गांव के ग्रामीण निर्भर हैं. कई टोला के ग्रामीण तो अपनी खेतों में जमा वर्षा का पानी को चुआं बनाकर पेयजल आदि कार्यों में इस्तेमाल कर रहे हैं. इसे भी पढ़ें : कालू">https://lagatar.in/ats-arrested-the-criminal-of-kalu-lama-gang/">कालू
लामा गिरोह के अपराधी शुभम विश्वकर्मा को एटीएस ने पकड़ा लिपुंगा के सामाजिक कार्यकर्ता दारा सिंह चाम्पिया ने बताया की लिपुंगा गांव की आबादी लगभग 1200 के आसपास है. गांव के सभी टोला में चापाकल है, लेकिन प्रायः चापाकल खराब है. तीन चापाकल जो सोलर चालित हैं वह काम कर रहा है. बाकी खराब चापाकल को ठीक करने हेतु विभागीय पदाधिकारी व विभिन्न जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया गया है, लेकिन आज तक ठीक नहीं हुआ. बारिश के मौसम में नदी-नाला का पानी पहले से दूषित हो जाता है. इससे बीमारियों का खतरा बढ़ा रहता है. ग्रामीण परेशान हैं कि कैसे शुद्ध पेयजल मिले. पीएचईडी विभाग तमाम खराब चापाकलों को जल्द ठीक करवाये. [wpse_comments_template]
किरीबुरु : लिपुंगा गांव में 7 चापाकल खराब, पेयजल की समस्या

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