Kiriburu (Shailesh Singh) : गैर सरकारी संगठन एस्पायर द्वारा सेल की सारंडा सुवन छात्रावास भवन में संचालित लड़कों का आवासीय सेतु पाठ्यक्रम (आरबीसी) स्कूल को बंद करने संबंधी अभिभावकों की विशेष बैठक 9 जुलाई को स्कूल प्रांगण में की गई. किरीबुरू कलस्टर के सीएफ ने इस आरबीसी के बारे में बताया कि इस स्कूल को खोलने का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के ड्रॉप आउट और शिक्षा से वंचित गरीब बच्चों को इस स्कूल में रखकर और सभी सुविधायें निःशुल्क प्रदान कर उन्हें शिक्षा से जोड़ना था. एस्पायर संस्था द्वारा पिछले 2018 से लेकर 2022 तक कुल 161 बच्चों को आरबीसी में दाखिला कराया गया. इसमें 156 बच्चों को मुख्यधारा में जोड़ उनका स्थानीय स्कूल में नामांकन करा दिया. सभी बच्चे अब नियमित स्कूल जा रहे हैं. अन्य पांच बच्चे यहां नहीं हैं. वे अपने पूर्व के गांव में पूरे परिवार के साथ पलायन कर गए हैं. इसके बाद प्रखंड समन्वयक हरीश ने अभिभावकों को अपने बच्चों को लेकर बताया कि वे अपने बच्चों को रोजाना विद्यालय भेजें, बच्चों की सुरक्षा और पालन-पोषण सही तरीके से करें, ताकि बच्चे हमेशा शिक्षा से जुड़े रहें. अगर हम बच्चों को शिक्षित करते हैं तो वे अपने समाज में एक आदर्श व्यक्ति बनकर समाज में कुछ विकास कार्य को करने में सक्षम होता है. वह अपना बदलाव के साथ-साथ पूरे समुदाय का बदलाव के बारे में हमेशा योगदान देता है.
इसे भी पढ़ें : पाकुड़ : मौसी बाड़ी से घर के लिए रवाना हुए भगवान जगन्नाथ
किरीबुरू पश्चिमी की मुखिया पार्वती किडो ने कहा कि किरीबुरू में जो बच्चे विद्यालय से दूर थे उन्हें एस्पायर ने आरबीसी के माध्यम से पुनः विद्यालय से जोड़ दिया है. यहां भविष्य में जो भी ड्रौप आउट बच्चे मिलेंगे उन्हें सियालजोड़ा स्थित आरबीसी में भेजा जाएगा. इस सत्र के लिये कुल 10 बच्चों को ही सूचीबद्ध किया गया है जिनको सियालजोड़ा आरबीसी भेजा जाएगा. इस बैठक में किरीबुरु खदान के महाप्रबंधक नवीन कुमार सोनकुशरे, वरिष्ठ प्रबंधक रमेश सिन्हा, एस्पायर के नोवामुंडी प्रखंड समन्वयक हरि कृष्णा गोप, किरीबुरू पश्चिम पंचायत की मुखिया पार्वती किडो, मेघाहातुबुरु दक्षिणी की मुखिया प्रफुल्लित गोलोरिया तोपनो, उप मुखिया इरशाद अली, पंचायत समिति सदस्य मुक्ता मुंडू, मेघाहातुबुरु उत्तरी के उप मुखिया शमशाद आलम, स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष रेशमा कुमारी, बास सदस्य रीना दास एवं विभिन्न वार्डों के वार्ड सदस्य शामिल हुये.
Leave a Reply