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किरीबुरू : प्रखंड नव निर्माण संघर्ष समिति की जैंतगढ़ में बैठक आयोजित

Kiriburu (Shailesh Singh) : प्रखंड नव निर्माण संघर्ष समिति जैंतगढ़ की साप्ताहिक बैठक कलैईया पंचायत भवन में मुखिया जयश्री तिरिया की अध्यक्षता में रविवार को संपन्न हुई. बैठक को संबोधित करते हुए मुखिया ने कहा कि कलैईया पंचायत में पानी एक गंभीर समस्या है. यहां गर्मियों में ग्रामीण पानी के लिए तरस जाते हैं. बरसात में यह पंचायत टापू बन जाता है. यहां शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली से लेकर सड़कों का भी बुरा हाल है. झारखंड बने 23 साल हो चुके हैं, परंतु हमारे पंचायत के लोगों को वर्तमान प्रखंड मुख्यालय जगन्नाथपुर जाने के लिए रास्ता तक नहीं है. ग्रामीण या तो डंगुवापोसी होकर या फिर जैंतगढ़ या बेलपोसी होकर प्रखंड मुख्यालय जाते हैं. इसलिए जैतगढ़ को नया प्रखंड बनाया जाए. इसे भी पढ़ें : मझगांव">https://lagatar.in/mazgaon-ryots-submitted-memorandum-to-the-deputy-commissioner-for-compensation-amount/">मझगांव

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2012 से नए प्रखंड की मांग को लेकर संघर्षरत है समिति

सामाजिक कार्यकर्ता आमीर हिन्दुस्तानी ने कहा की जैतगढ़ क्षेत्रों के ग्रामीणों को बिहार के समय से अब तक ठगा जा रहा है. यहां पर मूलभूत सुविधाएं भी नहीं है, इसलिए समिति 2012 से नए प्रखंड की मांग को लेकर संघर्षरत है. जिसमें सभी मानकी, मुंडा, पंचायत प्रतिनिधि के अलावा सभी राजनीतिक दल के लोगों का समर्थन है. परंतु 2012 से लेकर अभी तक इस समिति को स्थानीय विधायक एवं सांसद का समर्थन नहीं मिला है. मैं मीडिया के माध्यम से उनसे साफ-साफ पूछना चाहता हूं कि जो लोग पिछले 22 वर्षों से आप लोगों को वोट देकर विधायक एवं सांसद बना रहे हैं, उनके इस गंभीर मुद्दे पर आप लोग मौन क्यों हैं? वैक्सीन मास्टर शंभू गुप्ता ने कहा कि इस पंचायत की स्थिति दयनीय है. ऐसा लगता है कि सरकारी योजनाएं यहां तक पहुंचती ही नहीं है. लगभग सभी पंचायतों का यही हाल है. इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-abvps-work-from-campus-to-border-is-commendable-dr-anjila-gupta/">जमशेदपुर

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क्षेत्र के विकास के लिए नए प्रखंड के अलावा दुसरा विकल्प नहीं

ओडिशा से लगे इस सीमावर्ती क्षेत्र के विकास के लिए नए प्रखंड के अलावा और कोई विकल्प नहीं है. सभा का संचालन हसीन अख्तर तथा धन्यवाद ज्ञापन ललित बोबोंगा के द्वारा किया गया. इस दौरान मुख्य रूप से मुखिया जयश्री तिरिया, सामाजिक कार्यकर्ता शंभू गुप्ता, आमीर हिन्दुस्तानी, हसीन अख्तर, सरस्वती बोबोंगा, रश्मि रेखा बिरूवा, प्रसून्न गोप, ललित कुमार बोबोंगा, मूचया बोबोंगा, सोमा बोबोंगा, सुखराम जेराई, अर्जुन जेराई, सोमवारी कुई, अभीराम तिरिया, अमीया बिरूवा आदि उपस्थित थे. [wpse_comments_template]

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