- सारंडा के ग्रामीणों के साथ बैठक में सेल प्रबंधन ने दिया आश्वासन
Kiriburu (Shailesh Singh) : सेल प्रबंधन गुवा खदान से निकलने वाली लाल मिट्टी युक्त प्रदूषित पानी, लौह चूर्ण व पत्थर बहने पर रोक लगाने के लिए 10 करोड़ रुपए की लागत से चेकडैम बनाएगा. यह आश्वासन प्रबंधन ने सोमवार को सारंडा के ग्रामीणों को सोमवार को हुई बैठक में दिया. सारंडा के विभिन्न गांवों के मुंडा व ग्रामीणों ने मजदूर नेता रामा पांडेय के साथ सेल की गुवा खदान प्रबंधन से सोमवार को मुलाकात की.
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इस वार्ता के दौरान ग्रामीण मुंडाओं ने गुवा खदान के रानी चुआं पहाड़ी क्षेत्र से निरंतर आ रही लाल मिट्टी, लौह चूर्ण, पत्थर आदि पर स्थायी रोक लगाने, खदान से प्रभावित गांवों के बेरोजगारों को नौकरी तथा रोजगार देने की मांग की. इसके अलावा गांव के बीमार मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने हेतु एम्बुलेंस और एम्बुलेंस नहीं उपलब्ध कराने पर निजी वाहन से जाने पर उसका भाड़ा इलाज के खर्च में एडजस्ट करने, कोई दवा बाहर से खरीदनी पडे़ तो उसका पैसा देने, जोजोगुटु सरना स्थल का बाउन्ड्री, गांवों में सामुदायिक भवन बनाने, सेल द्वारा एनजीओ के माध्यम से संचालित एम्बुलेंस को हर गांव में रोस्टर के अनुसार निश्चित समय पर भेज कर चिकित्सा कैम्प लगाने, पारम्परिक वाद्य यंत्र, सीएसआर के तहत गांवों में बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने आदि की मांगें रखीं.
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इस पर प्रबंधन ने कहा कि लगभग 10 करोड़ रुपये की लागत से रानी चुआं क्षेत्र में बड़ा चेकडैम का निर्माण कराया जायेगा. इससे खदान की लाल पानी व मिट्टी जंगल व गांव क्षेत्र में जाने से रोका जायेगा. अन्य मांगों पर उच्च अधिकारियों से बात कर उसका चरणबद्ध तरीके से समाधान होगा. इस वार्ता में गुवा के महाप्रबंधक (सीएसआर) अरुण कुमार, उप महाप्रबंधक डा टीसी आनंद, मजदूर नेता रामा पांडेय, छोटानागरा मुंडा बिनोद बारिक, बाईहातु मुंडा चिंतामणि चाम्पिया, जोजोगुटु मुंडा कानुराम देवगम, काशिया-पेचा मुंडा नंदलाल सुरीन, मंगता सुरीन, राजेश सांडिल के अलावे तितलीघाट आदि गांवों के ग्रामीण शामिल थे.
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