Kiriburu : नक्सल प्रभावित सारंडा के सुदूरवर्ती जुम्बईबुरु गांव में विक्षिप्त महिला और उसका तीन माह का मासूम बच्चा भटककर पहुंच गए थे. करमपदा और जुम्बईबुरु के ग्रामीणों के बेहतर प्रयास से उसे सुरक्षित किरीबुरु के मुर्गापाड़ा निवासी उसके पति बरजो बिरुवा उर्फ पांडु के पास पहुंचा दिया गया. उल्लेखनीय है कि किरीबुरु निवासी बरजो बिरुवा मेशन मिस्त्री का कार्य करता है. उसकी पत्नी मासूम बच्चे को लेकर 2 फरवरी की शाम से ही लापता हो गई थी. पत्नी व बच्चे को काफी तलाश करने के बाद भी जब दोनों नहीं मिले, तो बरजो बिरुवा ने मुखिया पार्वती किड़ो, सांसद प्रतिनिधि ढेले मुंडा आदि को जानकारी देकर मदद की गुहार लगाई. इसे भी पढ़ें : चाईबासा">https://lagatar.in/villages-affected-by-elephants-of-chaibasa-forest-division-were-connected-with-whatsapp-group/">चाईबासा
वन प्रमंडल के हाथियों से प्रभावित गांवों को जोड़ा गया व्हाटसएप ग्रुप से इस बीच जुम्बईबुरु गांव में उक्त महिला को बच्चा के साथ घूमते ग्रामीणों ने देखा. उससे पति का नाम पूछा गया तो वह पांडु और किरीबुरु के मुर्गापाड़ा निवासी बताई. इसके बाद जुम्बईबुरु व करमपदा के ग्रामीणों ने लगातार न्यूज से सम्पर्क साधा और महिला व बच्चा को सुरक्षित किरीबुरु थाना लाया गया. लगातार न्यूज ने घटना की सूचना मुखिया व अन्य को दी, तभी पता चला कि महिला का पति बुधवार से ही उसकी तलाश कर रहा है. अंततः महिला को उसका पति अपने साथ ले गया. उक्त महिला पूर्व में भी दिमागी हालत खराब होने की वजह से दो बार घर से गायब हो चुकी है, जिसे खोज कर लाया गया था. [wpse_comments_template]
किरीबुरु : विक्षिप्त महिला भटक कर तीन माह के बच्चे के साथ पहुंची जुम्बईबुरु गांव

Leave a Comment