Kiriburu (Shailesh Singh) : ग्रामीण कार्य विभाग के चक्रधरपुर कार्य प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता चंदन कुमार की गिरफ्तारी एसीबी के द्वारा अब तक नहीं किए जाने से एक
बड़ा सवाल
खड़ा हो गया
है. सूत्रों की माने तो चंदन कुमार ने अपने पहुंच, पैसे और पैरवी के बल पर गिरफ्तारी की कार्रवाई को रुकवा दिया
है. विदित हो कि बीते माह चक्रधरपुर प्रमंडल के लेखा लिपिक सरोज कुमार सिंह को घुस लेते रंगे हाथों एसीबी की टीम ने
पकड़ा था. इस मामले में चंदन कुमार के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज हुई
थी. इससे पूर्व ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के
रोकड़पाल बीटी सिंह को भी एसीबी ने घुस लेते हुए रंगे हाथों
पकड़ा था. चंदन कुमार पर
पीएमजीएसआई की
सड़क निर्माण कार्य कराने वाली कंपनी वैष्णवी
इन्फ्रा को फर्जी विपत्र पर
करोड़ों का भुगतान करने का आरोप
हैं. जानकारी के अनुसार वैष्णवी
इन्फ्रा द्वारा ही चंदन कुमार को चक्रधरपुर में पदस्थापन कराया गया
हैं. वैष्णवी
इन्फ्रा द्वारा ही चंदन कुमार को एसीबी के केस में मदद करने की सूचना प्राप्त हुई
है. एफआईआर में नाम होने के बाद भी चंदन कुमार पुलिस की
पकड़ से अब तक बाहर
है. इसे भी पढ़ें : चाईबासा">https://lagatar.in/chaibasa-jail-court-organized-in-mandal-jail-8-prisoners-released/">चाईबासा
: मंडल कारा में हुआ जेल अदालत का आयोजन, 8 बंदी हुए रिहा ठेकेदार ने एसीबी से की थी शिकायत
[caption id="attachment_732179" align="aligncenter" width="600"]

https://lagatar.in/wp-content/uploads/2023/08/arrest-saroj-kumar.jpg"
alt="" width="600" height="400" /> गिरफ्तार लेखा लिपिक सरोज कुमार सिंह[/caption] उल्लेखनीय है कि पश्चिम सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर स्थित ग्रामीण कार्य विभाग के कार्य प्रमंडल के लेखा लिपिक सरोज कुमार सिंह को घूस लेते हुए दो अगस्त को एसीबी ने रंगेहाथ
पकड़ा था. पश्चिम सिंहभूम जिले के
मंझारी थाना के
खेड़ियाटांगर चिमीसाई निवासी अविनाश कुमार सिरका ने जमशेदपुर एसीबी से यह शिकायत की थी कि उनका एएस कंस्ट्रक्शन के नाम से ठेका कंपनी
है. 31 जनवरी को वेबसाइट पर निविदा आमंत्रण सूचना निकाली गई
थी. इसमें
प्रखंडवार कुल 28 कार्य योजनाओं का उल्लेख
था. इसमें से नौ में मनोहरपुर प्रखंड अंतर्गत
डिम्बुली पंचायत के गोप टोला में देवेंद्र मांझी चौक से मदन गोप के घर तक 0.500 किलोमीटर पीसीसी पथ निर्माण के लिए कार्य योजना अंकित थी, जिसकी प्राक्कलित राशि 46 लाख 53 हजार 600 रुपये निर्धारित की गयी
थी. उक्त टेंडर अविनाश कुमार की कंपनी को दिया
गया. लेकिन जब टेंडर लेने की बारी आयी तो चक्रधरपुर ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता चंदन कुमार ने कहा कि वे जाकर कर्मचारी सरोज कुमार से
मिलें. चंदन कुमार ने कहा कि उनका जो कमीशन बनता है, उससे ही बात कर दे दीजियेगा.
इसे भी पढ़ें : आदित्यपुर">https://lagatar.in/adityapur-action-will-be-taken-against-the-agency-if-the-work-is-not-done-according-to-the-target-champai-soren/">आदित्यपुर
: लक्ष्य के अनुरूप कार्य नहीं होने पर एजेंसी के विरुद्ध होगी कार्रवाई : चंपई सोरेन 1.40 लाख रुपये की मांग की
कार्यपालक अभियंता चंदन कुमार के कहे अनुसार ठेकेदार सरोज कुमार से
मिला. सरोज कुमार ने बताया कि प्राक्कलित राशि का तीन फीसदी के हिसाब से अर्थात 1.40 लाख रुपये
लगेंगे. पूरा पैसा कार्यालय के
रोकड़पाल को देना होगा तभी कार्य योजना का कार्यादेश मिल
पायेगा. काफी अनुरोध के बाद भी उनको काम नहीं दिया
गया. इसके बाद इस मामले की शिकायत जमशेदपुर एसीबी से की
गई. एसीबी ने सत्यापन किया और पाया कि कार्यपालक अभियंता चंदन कुमार और कार्यालय के कर्मचारी सरोज कुमार रिश्वत मांग रहे
है. इसके बाद केस दर्ज किया गया और छापामारी की
गई. इस दौरान लेखा लिपिक को रंगेहाथ घूस लेते
पकड़ा गया
था. कार्यपालक अभियंता चंदन कुमार के खिलाफ भी केस दायर किया गया
था. लेकिन अब तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई
है. [wpse_comments_template]
Leave a Comment