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दूर-दराज गांवों से 375 दिव्यांग पहुंचे
[caption id="attachment_272790" align="aligncenter" width="600"]alt="" width="600" height="270" /> शिविर में दिव्यांगों का जांच करते चिकित्सक.[/caption] अंचलाधिकारी सुनील चन्द्रा ने बताया की शिविर में सारंडा समेत नोवामुंडी प्रखंड के दूर-दराज गांवों से 375 दिव्यांग पहुंचे. सभी दिव्यांगों का चिकित्सीय जांच विभिन्न रोगों के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा किया गया. जरूरतमंदों को जल्द ही दिवयांगता प्रमाण पत्र निर्गत किया जायेगा. इसे भी पढ़ें : झारखंड">https://lagatar.in/hit-run-death-in-jharkhand-will-now-give-4-lakh-compensation-to-victims-family/">झारखंड
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बिना प्रमाण पत्र के सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में असमर्थ
गौरतलब है कि नोवामुंडी प्रखंड क्षेत्र के सैकड़ों लोगों के पास दिव्यांग प्रमाण पत्र नहीं है. इसके कारण वे सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में असमर्थ है. प्रमाण पत्र बनवाने हेतु दिव्यांगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था, क्योंकि कभी चिकित्सक तो कभी सक्षम पदाधिकारी मौजूद नहीं रहते थे. सुदूरवर्ती गांवों से विभागीय कार्यालय हमेशा आना-जाना भी दिव्यांगों के लिये आसान नहीं था.शिविर के आयोजन से सैकड़ों लोगों को मिला लाभ
दिव्यांगों की परेशानी को देखते हुये ही उपायुक्त ने विशेष शिविर का आयोजन किया. शिविर के आयोजन से सैकड़ों लोगों को लाभ मिला. सारंडा के करमपदा क्षेत्र से 19 समेत किरीबुरु थाना क्षेत्र से एक बस में भरकर दर्जनों दिव्यांग नोवामुंडी स्थित उक्त शिविर में गये थे. इसे भी पढ़ें : चाईबासा">https://lagatar.in/chaibasa-38-posts-of-non-teaching-staff-will-be-filled-in-lbsm-college-the-government-has-given-approval/">चाईबासा: एलबीएसएम कॉलेज में भरे जायेंगे शिक्षेकत्तर कर्मियों के 38 पद, सरकार ने दी स्वीकृति [wpse_comments_template]

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