Kiriburu (Shailesh Singh) : 24 जून को चाईबासा परिसदन में गैर सरकारी संगठन एस्पायर संस्था ने कार्यक्रम समीक्षा एवं योजना बैठक का आयोजन किया. बैठक में महिला, बाल विकास एवं कल्याण मंत्री जोबा माझी, जगनाथपुर के विधायक सोनाराम सिंकू, मझगांव के विधायक निरल पूर्ती, उपायुक्त अनन्य मित्तल, विधायक दीपक बिरुवा के प्रतिनिधि, एस्पायर संस्था के सचिव श्री दयाराम, टाटा स्टील फाउंडेशन की स्मिता अग्रवाल, जिला समन्वयक जी नरेश, जोनल समन्वयक आर भी रमन एवं 7 प्रखंड के समन्वयक शामिल हुए. बैठक का मुख्य उद्देश्य पश्चिम सिंहभूम जिले के 18 प्रखंडों के तमाम पंचायतों तथा सुदूरवर्ती गांवों के बच्चों को शिक्षा से जोड़ गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना तथा जिले से कुपोषण को खत्म करने हेतु आंगबाड़ी केन्द्रों का बेहतर तरीके से संचालन करना था.
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एस्पायर के कार्यों के संबंध में बताया
बैठक में एस्पायर के नरेश एवं आरभी रमन ने विस्तारपूर्वक एस्पायर के कार्यों के बारे में बताया कि हमारी संस्था मुख्यतः तीन स्तर जिसमें सुदूरवर्ती क्षेत्र तक पहुंच बनाना, पहुंच बनाकर वहां एनआरबीसी एंव आरबीसी केन्द्र खोल शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा से जोड़ना एंव शिक्षक उपलब्ध करा बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देने पर कार्य कर रही है. हमारी मुख्य उपलब्धियों में बाल अधिकार सुरक्षा मंच का गठन, 10 वीं कक्षा के बच्चों को अतिरिक्त शिक्षा प्रदान करना, लॉक डाउन लर्निंग, फाउंडेशन लर्निग केंपन, विद्यालय प्रबंधन समिति को सशक्तिकरण करना, सामुदायिक शिक्षा संसाधन केंद्र का निर्माण, आंगनवाड़ी सेविकाओं को प्रशिक्षण, बालश्रम एवं बालविवाह मुक्त समाज का गठन, बालिका आरबीसी से कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में सीधे नामांकन कराना, दुर्गम क्षेत्रों के बच्चों को शिक्षा से जोड़ेने के लिए एनआरबीसी का संचालन आदि शामिल है.
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82 बच्चों को पुनः शिक्षा से जोड़ा गया
इस मामले में बेहतर परिणाम देखने को मिला है. जिसमें जगनाथपुर एवं नोवामुंडी में बाल अधिकार सुरक्षा मंच बच्चों के अधिकार को सुनिश्चित करने के लिए स्वेछा से प्रतिनिधित्व कर रही है. इस कार्य के तहत 82 बच्चों को बालश्रम, बाल विवाह एवं बाल तस्करी से मुक्त कर पुनः शिक्षा से जोड़ा गया. मैट्रिक में 844 बच्चे एस्पायर के अतिरिक्त शिक्षा योजना के तहत शिक्षा ग्रहण किए एवं सभी बच्चे पास हो गए. पहले इस जिला के दो प्रखंड जगन्नाथपुर और नोवामुंडी में हम कार्य करते थे लेकिन अब 18 प्रखंड में कार्य कर रहे हैं. पश्चिमी सिंहभूम जिला में कार्यक्रम विस्तारीकरण के तहत किये गए कार्यक्रमों में तमाम स्कूलों में बालमेला, एसएमसी उन्मुखीकरण, एक्सपोजर विजिट, एफएलएन, स्टेकहोल्डर्स के साथ बैठक हुई.
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सरकारी भवनों को आरबीसी संचालन के लिए बनाया जाएगा
कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि मंत्री जोबा माझी ने कहा कि शिक्षा हर वर्ग के लोगों के लिए अतिआवश्यक है. इसके लिए हमारी सरकार सदा आपका सहयोग करेगी. 10 वीं का बेहतर रिजल्ट होने पर अपनी खुशी जाहिर की एवं कहा कि एस्पायर द्वारा जगनाथपुर एवं नोवामुंडी में किये गये कार्य को देखने के लिये सभी विधायक को आना चाहिए. उन्होंने खाली पड़े सरकारी भवनों को एस्पायर द्वारा संचालित आरबीसी संचालन हेतु बनाने में सहयोग का आश्वासन दिया. उन्होंने आगनवाड़ी केन्दों की सूची भी जल्द से जल्द एस्पायर को उपलब्ध करवाने की बात कही ताकि उसका बेहतर संचालन कराकर महिलाओं, बच्चों आदि को अधिक सुविधा व लाभ दिलाया जा सके.
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मनोहरपुर प्रखंड में कई समस्या हैं : सोनाराम सिंकू
जगन्नाथपुर के विधायक सोनाराम सिंकू ने कहा कि मनोहरपुर प्रखंड में कई समस्या हैं जैसे आगनबाड़ी में पेयजल की समस्या है इसे बहुत जल्द दूर किया जाएगा. मनोहरपुर प्रखंड के 6 पंचायत मेरे विधानसभा क्षेत्र में आते हैं इन पंचायतों में शिक्षा की स्थिति को सुधारने में जरूर सहयोग किया जाएगा.
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शिक्षकों की कमी है : दयाराम
एस्पायर के सचिव दयाराम ने कहा कि प्राथमिक विदायलयों में शिक्षकों की कमी है जो कि आईटीआई कानून के खिलाफ है. इसके लिए आप सभी जनप्रतिनिधियों को सदन में आवाज उठाने की जरूरत है. ओडिशा राज्य के मुकाबले झारखंड राज्य में आवासीय विद्यालयों की कमी है. हमारी संस्था बच्चों को बालश्रम एवं बालविवाह जैसे अनैतिक कार्य से मुक्त करा कर आरबीसी में रख कर 1 या 2 वर्ष तक पढ़ाने का कार्य तो करती है पर उनको निरंतर शिक्षा से जोड़े रखने के लिए सरकारी छात्रावास, विद्यालयों की आवश्यकता है इस पर हमें विचार करने की जरूरत है. आंगनवाड़ी केंद्रों की सूची अबतक हमें नही मिल पाई है जिसके कारण हम आंगनबाड़ी कर्मियों को सहयोग नहीं कर पा रहे हैं. टाटा स्टील फाउंडेंशन की स्मिता अग्रवाल ने कहा कि बच्चों को कम से कम 10वीं तक शिक्षा अगर हम प्रदान कर दें तो वे अपना भविष्य स्वंय तैयार कर सकते हैं.