Kiriburu (Shailesh Singh) : एनवायरनिक्स ट्रस्ट संस्थान नई दिल्ली के द्वारा मंगलवार को लौह अयस्क खदान से प्रभावित चाईबासा जिला अन्तर्गत सारंडा जंगल क्षेत्र के गांवों में कानूनी जागरुकता कार्यक्रम कराया जा रहा है. लोगों को नुक्कड़ नाटक व कठपुतली के माध्यम से जागरुक किया जा रहा है. मंगलवार को छोटानागरा पंचायत अन्तर्गत जोजोगुटू गांव में भी इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. यह प्रोग्राम यूएनडीपी (यूनाइटेड नेशन डेवलपमेंट प्रोग्राम) की मदद से किया जा रहा है. यह जागरुकता कार्यक्रम करीब 10 गांव में चलेगा.
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हो भाषा में गांव वालों को कानूनी पहलू समझाया जा रहा है
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इस कार्यक्रम में कठपुतली व नुक्कड़ नाटक कर के हो भाषा में गांव वालों को आसान शब्दों में कानूनी पहलू समझाया जा रहा हैं. लोगों को जमीन अधिग्रहण, पर्यावरण, मानव अधिकार, कानून के मुद्दों पर जानकारी दी जा रही है. नुक्कड़ नाटक एवं कठपुतली में डीएमएफटी फंड के गलत उपयोग के बारे में भी बताया गया है. इस प्रोग्राम की सबसे अच्छी बात यह है कि इस नुक्कड़ नाटक में ज्यादातर लोग ट्रांसजेंडर समुदाय से शामिल हैं. वह गांव वालों को बहुत ही आसान तरीके से कानूनी पहलू समझा रहे हैं. इस ग्रुप को ट्रेनिंग चाईबासा में पिछले महीने राकेश भारद्वाज एवं रामलाल ने दी थी. प्रोग्राम के दौरान अगर गांव वालों के पास मानव अधिकार, पर्यावरण, जमीन अधिग्रहण मुद्दों के संबंध में अगर कुछ भी समस्या है तो उस पर भी विचार और कानूनी मदद की जाएगी.
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ये थे उपस्थित
नुक्कड़ नाटक एवं कठपुतली में शामिल लोगों में सऊ देवगम, विजय देवगम, आकाश करुवा, डॉक्टर देवगम, माधव, सुखलाल, किरण, गुरुवारी, आशना, धीमा, सुखदेव, सुशीला, प्रमिला, सुषमा, जुनू एवं कृपा शामिल हैं. इस कार्यक्रम में अधिवक्ता मिली बिरुवा एवं शीतल देवगम चाईबासा सिविल कोर्ट से और सोनल तिवारी जो झारखंड हाईकोर्ट में अधिवक्ता है, वह भी कानूनों के बारे में गांव वालों को जानकारी दे रहे हैं. एनवायरनिक्स ट्रस्ट, न्यू दिल्ली पूरे भारत में अलग-अलग पर्यावरण और मानव अधिकार के मुद्दों पर कार्यरत हैं. एनवायरनिक्स ट्रस्ट के फाउंडर श्रीधर रामामूर्थी एक जियोलॉजिस्ट है जिनकी मदद से नोवामुंडी एनवायरनमेंट एक्शन प्लान 1990 के आसपास बनाया गया था. इस दौरान मुखिया मुन्नी देवगम, मुंडा कानूराम देवगम, मान सिंह चाम्पिया, बामिया माझी, राजेश सांडिल आदि अन्य ग्रामीण उपस्थित थे.
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फोटोः- एंव देखते ग्रामीण।