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किरीबुरु: ग्रामीणों को गुमराह कर झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितीकरण के नाम पर बेचा जा रहा फार्म

Shailesh Singh Kiriburu: झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितीकरण के नाम पर पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत सारंडा वन क्षेत्र के दर्जनों गांवों के ग्रामीणों के बीच पिछले कुछ दिनों से भ्रम फैलाकर एक फार्म का वितरण एवं बिक्री तक की जा रही है. ग्रामीणों ने बताया कि एक-एक फार्म 10-10 रुपये में बेचा जा रहा है. इस फार्म को भरकर छोटानागरा में आज आयोजित होने वाले झारखंड के आंदोलनकारी सह झामुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष भुवनेश्वर महतो के कार्यक्रम में जमा करने को कहा जा रहा है. इसे भी पढ़ें: जमशेदपुर:">https://lagatar.in/jamshedpur-fir-against-rahuls-accomplices-for-abetting-suicide-in-kadma-suicide-case/">जमशेदपुर:

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शर्तों को बिना पढ़े फार्म भर रहे हैं तमाम ग्रामीण

उल्लेखनीय है कि इस फार्म को तमाम गांवों के तमाम परिवार के लोग भर रहे हैं. जबकि फार्म में उल्लेखित बिंदुओं को वह पढ़ नहीं रहे हैं कि इस फार्म को वैसे लोग ही भर सकते हैं जिनके पास झारखंड गठन हेतु आंदोलनकारी होने का प्रमाण, कोई दस्तावेज है. आवेदन में साफ उल्लेख है कि यदि संलग्न दस्तावेज आयोग के द्वारा सही नहीं पाया जाता है तो वैसे आवेदकों पर आयोग कानूनी कार्यवाही करने के लिये बाध्य होगा.

फार्म भरने के लिये कुछ गांवों में अफरा-तफरी का माहौल

इसके बाद भी विभिन्न गांवों के लोग जिसमें बच्चे भी शामिल हैं तथा जिनका झारखंड आंदोलन से दूर-दूर तक का कोई संबंध नहीं है, वह भी किसी सरकारी राशन कार्ड की तरह सुविधा पाने के लिये यह फार्म गुमराह होकर भर रहे हैं. इस फार्म को भरने के लिये कुछ गांवों में अफरा-तफरी तक का माहौल है. कुछ का कहना है कि उक्त कार्यक्रम में भीड़ जमा करने के लिये ग्रामीणों को गुमराह कर फार्म भरवाया जा रहा है. इसे भी पढ़ें: किरीबुरु:">https://lagatar.in/kiriburu-extortion-of-money-by-misleading-the-villagers-of-saranda-in-the-name-of-forest-lease/">किरीबुरु:

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