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मानव को बचाना है तो वन व प्रकृति को बचाना होगा
नक्सलियों ने अपने पोस्टर में कहा कि जंगल में आग लगने से पर्यावरण में प्रदूषण बढ़ेगा, गर्मी बढ़ेगी, जंगली जानवरों को कष्ट होगा तथा छोटे-छोटे पेड़-पौधे, जड़ी-बूटियां, जीव-जंतु यानी जैव विविधता का विनाश होगा. इससे पर्यावरण का संतुलन बिगड़ेगा और अंततः मानव का भी विनाश होगा. मानव को बचाना है तो वन व प्रकृति को बचाना होगा. इसे भी पढ़ें : किरीबुरु:">https://lagatar.in/kiriburu-the-first-match-of-the-sixth-day-played-between-the-womens-team-kbr-super-women-vs-women-power/">किरीबुरु:महिला टीम केबीआर सुपर वूमेन बनाम वूमेन पावर के बीच खेला गया छठे दिन का पहला मैच
पोस्टपरों से दे रहे यह संदेश
जंगल है तो जीवन है, जंगल खत्म तो जीवन भी खत्म. अगर जीवन को प्यारा समझते हैं, तो जंगल को भी प्यारा समझना होगा, क्योंकि जंगल बचेगा तभी जीवन भी बचेगा, इसलिए जीवन बचाना है तो जंगल बचाओ, जंगल में आग मत लगाओ. जंगल में आग लगाने वालों को पकड़ कर जनअदालत में पेश करें तथा कठोर सजा दें. जिस गांव के अंमर्गत जो जंगल क्षेत्र पड़ता है, उस जंगल को आग से बचाने का जिम्मा भी उसी गांव का है. जंगल पर जनता का अधिकार कायम करें. जंगल पर अधिकार कायम करना जनता का अधिकार है, तो जंगल को बचाना भी जनता का कर्तव्य है. गांव-गांव में जंगल सुरक्षा समिति बनाकर जंगल को आग से और उजड़ने से बचाएं.alt="" width="300" height="206" /> इसे भी पढ़ें : चाईबासा:">https://lagatar.in/chaibasa-preparation-for-temporary-restoration-in-tata-college-before-naac-grading-inspection-approval-from-the-government/">चाईबासा:
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