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किरीबुरु : ट्रक का भाड़ा बढ़ाने व सड़क की मरम्मत की मांग पर 22 से अनिश्चितकालीन हड़ताल

Kiriburu : माइनिंग एरिया ट्रक ऑनर एसोसिएशन ने टाटा स्टील लौंग प्रोडक्ट्स लिमिटेड की विजय-2 लौह अयस्क खादान के महाप्रबंधक को आज मांग पत्र सौंपा. मांग पत्र में खदान से गुवा रेलवे साइडिंग तक लौह अयस्क ढुलाई करने वाली ट्रकों का भाड़ा बढ़ाने, खदान, बड़ाजामदा और गुवा रेलवे साइडिंग की जर्जर सड़कों की मरम्मत, अपातकालीन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने आदि की मांग की है. मांग जल्द पूरी नहीं करने पर एसोसिएशन व तमाम ट्रक मालिकों ने 22 सितम्बर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविन्द चौरसिया ने लगातार न्यूज से कहा कि बड़ाजामदा रेलवे साइडिंग क्षेत्र की लगभग पांच सौ मीटर, गुवा रेलवे स्टेशन क्षेत्र की लगभग एक किलोमीटर और खदान से मेन रोड (बराईबुरु) तक लगभग सात किलोमीटर कच्ची सड़क क्षतिग्रस्त व जर्जर है. इससे लौह अयस्क की ढुलाई के दौरान हमारी ट्रकों को भारी नुकसान के साथ-साथ दुर्घटनाओं से काफी जान माल का नुकसान हो रहा है.

चिकित्सा सुविधा नहीं, घायलों की स्थिति होती है खराब

चिकित्सा सुविधा नहीं होने की वजह से दुर्घटना में घायल, पीड़ितों की अवस्था काफी खराब हो जाती है. पूर्व में इन मांगों के आलोक में कंपनी प्रबंधन को 24 जून को पत्र दिया गया था. मांग पूरी नहीं होने पर एक जुलाई से अनिश्चितकालीन चक्का जाम आन्दोलन किया गया था. चार जुलाई 2021 को कम्पनी ने इन सड़कों की मरम्मत के साथ ट्रक भाड़ा बढ़ाने पर समझौता का आश्वासन दिला था, परन्तु अभी तक इन सड़कों की मरम्मत नहीं की गई और न ही आपातकालीन चिकित्सा सुविधा दी गई. समझौते में तय भाड़ा खदान से बड़ाजामदा साइडिंग 220 रुपए प्रतिटन, खदान से बोकना प्लॉट 145 रुपए प्रति टन मिला पर खदान से गुवा साइडिंग 230 रुपए प्रति टन तय किया गया था, परन्तु गुवा साइडिंग का भाड़ा 230 की जगह 220 रुपए प्रति टन दिया जा रहा है.

प्रतिमाह 150 करोड़ के लौह अयस्क की होती है ढुलाई

विजय-2 लौह अयस्क खदान से उक्त कम्पनी गम्हरिया स्थित अपने प्लांट में प्रतिदिन लौह अयस्क रेलवे साइडिंग से एक रैक में 3800 टन एवं बोकना प्लॉट से ट्रकों के माध्यम से बाइ रोड 2000 टन लगभग कुल 5500 टन लौह अयस्क ले जा रही है. इसकी कीमत लगभग 5 करोड़ 50 लाख रुपये है. प्रतिमाह लगभग 150 करोड़ से भी अधिक मूल्य की लौह अयस्क ले जाने के बावजूद इन क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत व चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं कराना काफी दुर्भाग्य की बात है. ऐसी स्थिति में अगर हमारी मांगों को 21 सितम्बर तक पूरी नहीं की जाती है तो 22 सितम्बर से हम सभी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे, जिसकी जवाबदेही कंपनी प्रबंधन की होगी. ज्ञापन सौंपने वालों में उमाशंकर निषाद, मनोज कुमार साहू, रीम बहादूर, रामानुज प्रसाद सिंह आदि शामिल थे. [wpse_comments_template]

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