- गुणवतापूर्ण शिक्षा व स्पोकेन अंग्रेजी में सुधार पर हुई चर्चा
Kiriburu (Shailesh Singh) : केन्द्रीय विद्यालय मेघाहातुबुरु में प्राचार्य डा आशीष कुमार की अध्यक्षता तथा उप प्राचार्य रविशंकर चौधरी की उपस्थिति में शिक्षक व अभिभावकों की विशेष बैठक स्कूल के तकनीकी व तमाम प्रकार के शिक्षा स्तर में गुणवता पूर्ण सुधार, इन्फ्रास्ट्रक्चर, अनुशासन आदि में सुधार हेतु विशेष बैठक आयोजित किया गया. अभिभावकों ने प्राचार्य व उप प्राचार्य से कहा कि स्कूल में अंग्रेजी ग्रामर, स्पोकेन अंग्रेजी, कम्प्यूटर आदि की शिक्षा को और बेहतर किया जाये. उच्च वर्ग के बच्चे पढा़ई पूर्ण कर किस क्षेत्र में अपना करियर को आगे बढ़ायें.
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इसके लिए करियर काउंसलिंग, कुछ बच्चे घर से स्कूल के लिये तो निकलते हैं लेकिन वह बैग लेकर बाहर घूमते नजर आते हैं, ऐसे बच्चों की गलत गतिविधियां को रोकने हेतु विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति के बारे में अभिभावकों को अवगत कराना, कुछ शिक्षकों की कमी से संबंधित समस्याओं को दूर करना, फर्राटेदार अंग्रेजी बोलना सिखाना आदि अनेक सवाल किये.
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प्राचार्य डॉ आशीष कुमार और उप प्राचार्य रविशंकर प्रसाद ने अभिभावकों के सवालों का जबाब देते हुये कहा कि हम और आप विद्यालय के पार्टनर हैं. जब तक दोनों का सामूहिक प्रयास नहीं होगा तब तक बच्चों का सर्वागीण विकास नहीं होगा. हमलोग विद्यालय में भाषा लैब की स्थापना कर लिया है. 30 कम्प्यूटर है जो बच्चों को खुद सिखायेगा की कैसे बोलना है. बच्चों को वर्ग 6 से हीं कम्प्यूटर की पढा़ई प्रारम्भ कराया गया है. आप हर 15 दिन में बच्चों की कौपी अवश्य देखें व जरूरी सुझाव दें. जो डिफोल्टर होगा उसे ठीक किया जायेगा. विद्यालय में लगभग सभी विषयों के शिक्षक उपलब्ध हैं. हिन्दी, अंग्रेजी व कम्प्यूटर के शिक्षकों की जल्द नियुक्ति होगी. अभिभावकों को बच्चों की उपस्थित से अवगत कराया जायेगा. अंग्रेजी भाषा का विकास हेतु प्राईमरी क्लास से हीं प्रयास किया जा रहा है.
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इसके अलावे बच्चों का ग्रामर, स्पोकेन अंग्रेजी बोलने से जुड़ी शिकायतों का समाधान किया जायेगा. प्राचार्य ने कहा कि आप बच्चों को मोबाईल से पुरी तरह दूर रखें. अक्सर देखा जाता है कि बच्चे परीक्षा के समय हीं दिन-रात पढा़ई करते हैं. यह गलत दत है. इससे बच्चों की नींद पूरी नहीं होती है और वह तनाव में आते हैं, स्वास्थ्य खराब होता है. बच्चों को सालों भर अभ्यास करते रहना चाहिये. पौष्टिक आहार, खेलकूद आदि रोजमर्रा के कार्य पर नियमित ध्यान रखने से तनाव मुक्त रहेंगे. इस दौरान भारी संख्या में अभिभावक मौजूद थे.
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