Kiriburu (Shailesh Singh) : पश्चिम सिंहभूम के कोल्हान रिजर्व वन क्षेत्र के जंगलों में छत्तीसगढ़ क्षेत्र के नक्सलियों को भी स्थानीय नक्सलियों के साथ सक्रिय होने की बात कही जा रही है. विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोल्हान रिजर्व वन अंतर्गत टोंटो, गोईलकेरा, गुवा, जेटेया सीमावर्ती थाना क्षेत्र के घने जंगलों में बीते दिनों 16 से 30 वर्ष उम्र वर्ग के कई नए महिला व पुरुष नक्सलियों को स्थानीय नक्सलियों के साथ भ्रमण करते देखा गया. इन नक्सलियों का नेतृत्व कुख्यात नक्सली मताल कर रहा है. ग्रामीणों ने ही सारंडा के थोलकोबाद दुमांगदिरी टोला निवासी कुख्यात नक्सली कांडे होनहागा उर्फ दिरीसुम का उपनाम मताल दिया हैं.
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पुलिस के बढ़ते दबाव से परेशान है नक्सली
जो नए चेहरों को क्षेत्र में देखा जा रहा है उन्हें छत्तीसगढ़ के नक्सली होने की बात कही जा रही है. इन्हें क्षेत्र में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए बुलाया गया हैं अथवा कोल्हान जंगल से कुछ बडे़ नक्सलियों को अपनी सुरक्षा घेरा में लेकर सारंडा जंगल के रास्ते ओडिशा होते छत्तीसगढ़ लेकर जाने के लिए, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है. सूत्रों का कहना है कि कोल्हान वन प्रमंडल के सुदूरवर्ती जंगली क्षेत्र में नक्सली छोटी-छोटी टुकड़ियों में बंटकर विभिन्न पहाड़ियों व जंगल में सक्रिय हैं. ये नक्सली पुलिस के निरंतर बढ़ते दबाव व अपने घटते आधार क्षेत्र से भी काफी परेशान हैं. उनके इलाके पर कब्जा कर पुलिस कैंप स्थापित करते हुए आगे बढ़ रही हैं.
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बूबी ट्रैप से सुरक्षाबलों को क्षति पहुंचाने का प्रयास
इसी से आक्रोशत होकर पुलिस व सीआरपीएफ को रोकने के लिए नक्सली उक्त जंगल, पहाड़ व पगडंडी भरे रास्ताें में निरंतर तरह-तरह के बूबी ट्रैप लगा कर सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहें हैं. दो-दो फीट के लम्बे गड्ढे खोदकर उसमें नुकिला लोहे का सरिया डालकर ऊपर से ढंक दिया जाता है, ताकि नुकसान ज्यादा हो. प्रेशर बम भी जगह-जगह लगाए जा रहे है. बता दें कि दो दिन पूर्व ही ऐसे ही एक ट्रैप में फंसकर एक ग्रामीण घायल हो गया था, जिसका इलाज सीआरपीएफ ने किया था.