Kiriburu (Shailesh Singh) : सारंडा के सुदूरवर्ती गंगदा पंचायत के दोदारी गांव में स्वास्थ्य विभाग व सहिया की भारी लापरवाही देखने को मिली है. दोदारी गांव की महिला शांति सोरेन 26 जुलाई को प्रसव पीड़ा से तड़पती रही. सुरक्षित प्रसव कराने और परेशान महिला की सहायता के लिए सहिया को फोन कर बुलाया गया, लेकिन सहिया नहीं आई. अंततः शांति सोरेन ने उसी दिन शाम 3 बजे घर में बच्ची को जन्म दिया. वहीं, महिला व बच्ची दोनों स्वस्थ व सुरक्षित है. घटना के बाबत गांव के समाजसेवी मंगल कुम्हार ने बताया कि बच्ची के जन्म लेने के 2 घंटा पहले सहिया तारामनी सांडिल को सूचना दी गई. लेकिन सहिया तारामनी सांडिल बोली की मैं ऑनलाइन ट्रेनिंग में हूं, मैं अभी नहीं आ सकती हूं.
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फोन करने पर भी नहीं आया एंबुलेंस : मंगल कुम्हार
उन्होंने बताया कि इसके बाद सीएचओ गजरानी केरकेट्टा को फोन पर घटना की सूचना दी गई. सीएचओ केरकेट्टा द्वारा एएनएम शिला पूर्ति को घटना की जानकारी देकर उक्त महिला का प्रसव कराने का आदेश दिया गया. लेकिन एएनएम शिला प्रसव होने के बाद आई. मंगल कुम्हार ने कहा कि सहिया तारामनी सन्डिल घर पर ही थी. उसके लिए ऑनलाइन मिटिंग जरूरी था या प्रसव पिड़ा से तड़पती महिला की मदद कर जान बचाना. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों द्वारा 108 एंबुलेंस को भी फोन किया गया, लेकिन एम्बुलेंस भी नहीं आया.
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