: वन प्रमंडल ने नवोदय विद्यालय से स्कूल नर्सरी योजना का किया शुभारंभ
देवकी ने हाथियों से संबंधित मुद्दे को उठाया
देवकी कुमारी ने किरीबुरु-बड़ाजामदा मार्ग पर हाथियों के आतंक से संबंधित मुद्दे को उठाते हुये कहा कि इस मामले को लेकर वन विभाग निष्क्रिय है. वन विभाग के उच्च अधिकारी किसी ग्रामीण अथवा यात्रियों की मौत का इंतजार कर रहे हैं. पुछने पर कहा जाता है कि यह जंगल हाथियों का है, हाथी को कहां भगायें. लेकिन वन विभाग को यह भी बताना चाहिए की जब जंगल हाथियों का है, तब वह सारंडा में दर्जनों खदाने खोलने, खदान क्षेत्रों में टाउनशिप, सड़क, बस्तियां बसाने व अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित कर पर्यटकों के आने-जाने, घुमने की सुविधा, एनओसी एवं अनुमति क्यों दे रही है. मुख्य सड़क क्षेत्रों से घने जंगलों में हाथी भगाने का काम नहीं कर सिर्फ बहानेबाजी की जा रही है. हाथियों ने अगर किसी को नुकसान पहुंचा तो क्षेत्र की जनता वन विभाग कार्यालय में घुस जायेगी और विभाग से सवाल-जबाब करेगी. अगर वन विभाग हाथी नहीं भगाती है तो गंभीर परिणाम भुगतना होगा. अगर यह मार्ग हाथियों का आश्रय क्षेत्र है तो वह मित्तल जैसी कंपनी को खदान खोलने हेतु लीज का एनओसी, पेड़ों के मार्किंग आदि की अनुमति कैसे दिया जा रहा है. इसे भी पढ़ें :सिमडेगा">https://lagatar.in/simdega-fierce-collision-of-two-vehicles-former-mla-nirmal-besra-was-also-present/">सिमडेगा: दो गाड़ियों की भीषण टक्कर, पूर्व विधायक निर्मल बेसरा भी थे मौजूद [wpse_comments_template]
Leave a Comment