Kiriburu (Shailesh Singh) : सेल की किरीबुरू प्रबंधन द्वारा संचालित प्रोजेक्ट सेंट्रल स्कूल (पीसीएस) के संचालन का दायित्व संत मेरिज स्कूल प्रबंधन को देने हेतु प्रारंभिक प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इसे लेकर पिछले दिनों संत मेरिज स्कूल प्रबंधन के पदाधिकारियों ने दो बार पीसीएस का दौरा किया था. इस दौरान किरीबुरू के वरिष्ठ प्रबंधक रमेश सिन्हा भी टीम के साथ मौजूद थे. बता दें कि पिछले कुछ दिनों में पीसीएस स्कूल की शिक्षा में भारी गिरावट आई है. इसका रिजल्ट भी कई बार अत्यंत खराब रहा है. एक बार तो ऐसी स्थिति हुई थी कि पीसीएस का रजिस्ट्रेशन ही शिक्षा विभाग रद्द करने की तैयारी में था. लेकिन किरीबुरु प्रबंधन के उच्च अधिकारियों ने किसी तरह से भाग-दौड़ कर इसे बचाने में सफल रहे.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : रवींद्रनाथ टैगोर की जयन्ती के दिन से शुरू होगी कालिकापुर में बंगला भाषा की पढ़ाई
स्कूल में मात्र दो ही स्थायी शिक्षक
इस स्कूल में सीबीएसई पैटर्न से वर्ग 1 से 12वीं तक की पढ़ाई होती है. पहले इस विद्यालय में लगभग 1500 बच्चे पढ़ा करते थे. पढ़ाने वाले शिक्षक-शिक्षिकाएं भी सेल के स्थायी सेलकर्मी होते थे. पश्चिम सिंहभूम जिला की बेहतर स्कूलों में यह स्कूल शुमार था. लेकिन समय बदलने के साथ स्कूल शिक्षक-शिक्षिकाओं व प्रबंधन के राजनीतिक में फंस निरंतर बर्बादी की ओर अग्रसर हुआ. आज के समय में यहां मात्र दो ही स्थायी शिक्षक हैं जिसमें एक प्राचार्या सुधा सिंह है. बाकी शिक्षक-शिक्षिकाएं प्राईवेट हैं. जबकि मात्र 350 के करीब बच्चे पढ़ते हैं. इस स्कूल में वैसे बच्चे विशेष रूप से पढ़ते हैं जिनके अभिभावक अत्यंत गरीब व फीस देने में अक्षम अथवा किसी दूसरे विद्यालय से फेल हुये हों. यहां काफी न्यूनतम फीस ली जाती है.
इसे भी पढ़ें : चाईबासा : जमीन विवाद में हत्या के दोषी को आजीवन कारावास की सजा
बीईओ जांच के लिए पहुंचे स्कूल
अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि जब इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे गरीब हैं व अधिक फीस नहीं दे सकते हैं, तो संत मेरिज का फीस स्ट्रक्चर को कैसे पुरा कर सकेंगे? इस स्कूल में पिछले 20-25 वर्षों से पढ़ाते आ रहे प्राइवेट शिक्षकों का भविष्य क्या होगा? क्या संत मेरिज प्रबंधन सीबीएसई का शिक्षा मुहैया करायेगी? इधर, मंगलवार को नोवामुंडी के प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी इन्द्रदेव कुमार अचानक पीसीएस पहुंचे. बीईओ से सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि यहां के प्राईवेट शिक्षकों द्वारा सीएल आदि की छुट्टी व अन्य सुविधाएं नहीं मिलने संबंधित शिकायत मिली थी. इसी की जांच के लिए वे यहां पहुंचे हैं. अन्य किसी विषय पर उन्होंने बातचीत नहीं की. प्राचार्या सुधा सिंह भी इस मामले में कुछ भी बोलने से इंकार किया.
इसे भाई पढ़ें : चाकुलिया : स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रखंड स्तरीय स्वच्छता पखवाड़ा सह कार्यशाला आयोजित
बच्चों का भविष्य बेहतर करने में जुटा प्रबंधन
इस बाबत सेल किरीबुरू के वरिष्ठ प्रबंधक (पीएंडए) रमेश सिन्हा से सम्पर्क करने पर उन्होंने कहा कि यह सत्य है कि दो बार संत मेरिज के अधिकारी स्कूल का निरीक्षण कर चुके हैं. प्रबंधन का यह प्रयास है कि इस स्कूल के बच्चों को गुणवत्ता पूर्व बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराई जाये, ताकि बच्चों का भविष्य बेहतर हो सके. संत मेरिज से संबंधित मामला प्रारम्भिक स्तर पर चल रहा है. विस्तृत कार्य होने पर जानकारी दी जायेगी.