Kiriburu (Shailesh Singh): सेल की किरीबुरू, मेघाहातुबुरु एवं गुवा लौह अयस्क खदान क्षेत्र में स्क्रैप माफिया सक्रिय हैं. यह स्थानीय चोरों के सहयोग से निरंतर स्क्रैप की चोरी कर रहे हैं और जंगल रास्ते वाहनों पर लादकर ले जा रहे हैं. चोरी की विभिन्न घटनाओं की जानकारी होने के बावजूद सेल अधिकारी स्थानीय थानों में शिकायतें दर्ज कराने से बच रहे हैं. इसकी मुख्य वजह कोर्ट-कचहरी के चक्कर में कोई पड़ना नहीं चाहता. बता दें कि सेल की गुवा, किरीबुरू एवं मेघाहातुबुरु खदान सारंडा के नक्सल प्रभावित घने जंगलों में स्थित है. उक्त खदानों की अपनी कोई चहारदिवारी या सुरक्षित घेरा नहीं है. खदान चारों तरफ से खुला होने की वजह से जंगल के रास्ते आसानी से इसमें प्रवेश किया जा सकता है. तीनों खदानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ के कंधे पर है. लेकिन खदान का चारों हिस्सा खुला रहने के कारण सीआईएसएफ जवान भी पूरे क्षेत्र की निगरानी नहीं कर पाते हैं. इसी का लाभ बाहरी स्क्रैप माफिया स्थानीय चोरों उठा रहे हैं.
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चोरी के लिए जंगल के रास्तों का कर रहे इस्तेमाल
सूत्रों अनुसार सेल की गुवा खदान में काशिया-पेचा क्षेत्र के जंगल के रास्ते चोर घुसकर तथा स्क्रैप चोरी कर उसी क्षेत्र के जंगल में छिपाकर रखते हैं. उसके बाद राउरकेला के स्क्रैप माफिया से सम्पर्क कर वाहन मंगाकर उसमें स्क्रैप लोड कर अन्यत्र भेज दिया जाता है. दूसरी तरफ मेघाहातुबुरु खदान में रांगरिंग, कुमडीह क्षेत्र के जंगल की ओर से चोर खदान में प्रवेश करते हैं. यहां से रोलर आदि स्क्रैप की चोरी कर चोर जंगल में छिपा देते हैं. इसके बाद सैडल, कुमडीह के रास्ते माफिया वाहन लेकर रात के अंधेरे में स्क्रैप लोड कर इसी रास्ते बड़ाजामदा, बड़बिल आदि क्षेत्रों में ले जाते हैं. किरीबुरू खदान में चोर करमपदा व बंकर के जंगल क्षेत्र से खदान में प्रवेश कर स्क्रैप चोरी कर रहे हैं. इन स्क्रैप को करमपदा-तोपाडीह जंगल के रास्ते वाहनों से ओडिशा ले जाया जाता है. इस चोरी में कुछ स्थानीय ग्रामीण भी शामिल हैं.
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सेल प्रबंधन के रवैये से बढ़ा चोरों का मनोबल
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ स्क्रैप माफियाओं एवं उनके सहयोगियों की जानकारी अनेक लोगों को है लेकिन कार्यवाही नहीं होना अनेक सवाल खड़ा कर रहा है. पिछले दिनों किरीबुरू टाउनशिप से बिजली खंभे पर चढ़कर चलती लाईन में तांबे की तार काट बिजली आपूर्ति प्रभावित करने की अनेक घटना हुई. लेकिन प्रबंधन ने पूर्व के किसी घटना की शिकायत थाने में दर्ज नहीं कराई. इससे शहर के चोरों का भी मनोबल निरंतर बढ़ रहा है.
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