alt="" width="600" height="400" /> इसे भी पढ़ें : संजय">https://lagatar.in/opposition-mps-protested-against-the-suspension-of-sanjay-singh-in-the-parliament-house-premises-overnight/">संजय
सिंह को निलंबित किये जाने के विरोध में रात भर विपक्षी सांसदों ने संसद भवन परिसर में धरना दिया
alt="" width="600" height="400" /> टीम के सदस्यों ने हाथियों के विभिन्न जंगल रास्ते आने और मुख्य सड़क मार्ग को पार कर दूसरी तरफ जाने के कई स्थानों का पता लगाया. हाथी किस पेड़ के पत्ते अथवा छाल खाये हैं, उनकी जानकारी ली, ताकि आगे के ऑपरेशन के दौरान पता किया जा सके कि हाथियों की पसंद का पेड़ अधिक किन स्थानों व क्षेत्र में है. पश्चिम बंगाल से आयी टीम व वन विभाग की टीम विशेष प्रकार की बनाई गई मशाल, डीजल, सर्च लाईट, पटाखे आदि से लैस थी. किरीबुरु से सैडल गेट तक लगभग 8 किलोमीटर जंगल में यह ऑपरेशन घंटों चलाया गया. [caption id="attachment_710363" align="aligncenter" width="600"]
alt="" width="600" height="400" /> हाथी का लीद.[/caption] इसे भी पढ़ें : मणिपुर">https://lagatar.in/manipur-one-more-accused-arrested-for-making-a-woman-walk-naked-7-arrested-so-far/">मणिपुर
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alt="" width="600" height="400" /> किरीबुरु के रेंजर शंकर भगत ने बताया कि यह आपरेशन हाथियों को भगाने तक इस क्षेत्र में जारी रहेगा. जहां से भी हाथियों की खबर मिलेगी, ऑपरेशन प्रारम्भ होगा. हाथियों से ग्रामीणों व यात्रियों को बचाना तथा मुख्य मार्ग क्षेत्र से हाथियों को भगा कर आवागमन सुगम बनाना हमारा मुख्य उद्देश्य है. टीम दूसरे क्षेत्रों में हाथी भगाने में व्यस्त थी, इसलिए यहां समय नहीं दे पा रही थी. [wpse_comments_template]
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