ग्रामीणों ने बैठक में दिया था सुझाव
उल्लेखनीय है कि कुछ माह पूर्व डीएफओ ने किरीबुरु वन विभाग कार्यालय में आईएफएस नीतीश कुमार व गुवा के रेंजर परमानंद रजक की मौजूदगी में सारंडा के दर्जनों गांवों के मानकी-मुंडाओं व बुद्धिजीवियों के साथ सारंडा जंगल को बचाने व ग्रामीणों का विकास हेतु विशेष बैठक की थी. उसमें ग्रामीणों ने सुझाव दिया था कि सैडल में वन विभाग चेकनाका लगाये. उसी के बाद यह चेकनाका स्थापित कर यहां वनकर्मियों को ड्यूटी पर लगाया गया है. इसे भी पढ़ें : चांडिल:">https://lagatar.in/chandil-how-will-ichagarh-which-has-become-a-hub-of-illegal-businesses-be-made-an-ideal-assembly-constituency/">चांडिल:गैरकानूनी धंधों का हब बन चुके ईचागढ़ को कैसे बनाएंगे आदर्श विधानसभा क्षेत्र [wpse_comments_template]